वाराणसी: ज्ञानवापी के ASI सर्वे को लेकर हाईकोर्ट 3 अगस्त गुरुवार को महत्वपूर्ण फैसला सुनाने वाला है, लेकिन इसके पहले आज वाराणसी के सिविल कोर्ट में श्रृंगार गौरी मामले की मुख्य वादिनी राखी सिंह की तरफ से एक और याचिका दायर की गई है. इसमें राखी सिंह की तरफ से कोर्ट से तत्काल प्रभाव से मुस्लिम समुदाय का प्रवेश मस्जिद में रोकने के साथ ही अंदर मौजूद तमाम साक्ष्य नष्ट किए जाने की आशंका जताई गई है. विशेष कोर्ट ने इसे स्वीकार करते हुए 4 अगस्त को इस पर सुनवाई की तिथि तय की है.
विश्व वैदिक सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया कि श्रृंगार गौरी मामले की मुख्य वादिनी राखी सिंह की तरफ से आज वाराणसी की सिविल कोर्ट में एक एप्लीकेशन दी गई है. इस एप्लीकेशन में राखी सिंह की तरफ से 24 जुलाई को सर्वे के लिए एएसआई की टीम के पहुंचने पर मस्जिद की चाभी टीम को ना सौंपे जाने की बात करते हुए तमाम सबूतों के नष्ट होने की आशंका जताई है.
राखी सिंह ने कोर्ट से गुजारिश की है कि अंदर हिंदू मंदिरों के साक्ष्य मौजूद हैं और यह चीजें बार-बार कहीं जा रही हैं. इसके बावजूद अंदर जाने वाले वर्ग विशेष के लोग इन सबूतों को नष्ट करके जांच को प्रभावित कर सकते हैं इसलिए तत्काल प्रभाव से इनका प्रवेश रोका जाना चाहिए. राखी सिंह की तरफ से कोर्ट ने इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग भी की है. इसे कोर्ट ने आज स्वीकार करते हुए 4 अगस्त को इस पूरे मामले में सुनवाई की तिथि निर्धारित की है. संतोष सिंह का कहना है कि कल फैसला हमारे पक्ष में आने वाला है और इसे लेकर हम तैयारियां कर रहे हैं. एएसआई का सर्वे होगा और इससे चीजें साफ हो जाएंगी.
हिन्दू प्रतीक चिन्हों को संरक्षित करने और गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक की मांग