कोलकाता : एक सकारात्मक घटनाक्रम के तहत बंगाल में एक सींग वाले गैंडों की संख्या में वृद्धि हुई है. इनकी संख्या बढ़ने से काफी उम्मीदें जगी हैं. लेकिन वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इतने गैंडों के लिए उत्तर बंगाल और असम में निवास के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है इसलिए राज्य में जलदापारा और गोरुमारा के अलावा वन विभाग इन्हें स्थानांतरित करने के लिए नई जगहों की तलाश कर रहा है.
वन मंत्री ज्योतिप्रिया मल्लिक (Jyotipriya Mallick) के अनुसार असम में काजीरंगा (Kaziranga) के साथ-साथ राज्य में जलदापारा (Jaldapara) और गोरुमारा (Gorumara sanctuaries) अभयारण्य एक सींग वाले गैंडों के लिए कुछ प्रमुख घूमने वाले क्षेत्र हैं. मार्च में अपडेट की गई संख्या के अनुसार वन विभाग ने कहा कि यहां 292 गैंडे हैं. इनमें से 101 नर हैं जबकि 134 मादा गैंडे हैं. बाकी का लिंग निर्धारित नहीं किया जा सका है. आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि 1982-1983 के दौरान दो अभयारण्यों में केवल 16 गैंडे थे. जैसे-जैसे समय के साथ गैंडों की संख्या बढ़ती गई, यह अब 300 के करीब है. इस स्थिति में अलीपुरद्वार के बक्सा और कूचबिहार के पातालखावा में गैंडों के लिए नए बुनियादी ढांचे का निर्माण करना अनिवार्य हो गया है.