नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनावों में हार के बाद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने चुनावों में अनियमितताओं का आरोप लगाया था, जिसके बाद अब कांग्रेस ने इन आरोपों को लेकर शशि थरूर की खिंचाई की. चुनाव प्रभारी रहे मधुसूदन मिस्त्री (Madhusudan Mistry) ने शशि थरूर की टीम को जवाब में कहा कि 'मुझे यह कहते हुए खेद हो रहा है कि मेरे सामने आपके सामने एक चेहरा था जिसने बताया कि आप हमारे सभी उत्तरों से संतुष्ट हैं और मीडिया में एक अलग चेहरे ने हमारे खिलाफ ये सभी आरोप लगाए हैं.'
बुधवार को जैसे ही वोटों की गिनती हुई, शशि थरूर की टीम ने कांग्रेस के चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर बेहद गंभीर अनियमितताओं की शिकायत की थी. हालांकि शशि थरूर ने बाद में खेद व्यक्त किया कि पत्र लीक हो गया था और कहा था कि 'चलो आगे बढ़ते हैं.'
मिस्त्री ने लिखा कि 'हमने आपके अनुरोध को स्वीकार कर लिया. इसके बावजूद आप कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण पर आपके खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाते हुए मीडिया के पास गए.' गौरतलब है कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने 24 साल के बाद पार्टी के पहले गैर-गांधी अध्यक्ष के तौर पर शशि थरूर को एक बड़े अंतर से हराया है.
थरूर के पोलिंग एजेंट द्वारा मधुसूदन मिस्त्री को लिखे गए एक पत्र में, मतदान प्रक्रिया के खिलाफ चार शिकायतें सामने आईं थीं, जिसमें मतपेटियों के लिए अनौपचारिक मुहरों का उपयोग, मतदान केंद्रों में अनधिकृत व्यक्तियों की उपस्थिति, मतदान के दौरान कदाचार और मतदान पत्रक की अनुपस्थिति शामिल थी. गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतदान 17 नवंबर को हुआ था।
पत्र में कहा गया है कि 'हमने हमेशा की तरह व्यापार को स्वीकार करने के लिए यह चुनाव नहीं लड़ा. हम इस चुनाव की अखंडता के लिए लड़ने के लिए तैयार हैं. जीत या हार बहुत कम मायने रखती है, क्योंकि दोनों प्रतियोगी एक ही परिवार का हिस्सा हैं.' सलमान सोज ने आगे लिखा कि 'हालांकि, यह हमारे अभियान, हमारे स्वयंसेवकों और हमारे समर्थकों के लिए बहुत मायने रखता है कि हम यह सुनिश्चित करें कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस चुनाव के बाद मजबूत हो.'
पढ़ें:नए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ताजपोशी में जुटेंगे पार्टी के वरिष्ठ नेता
कांग्रेस अध्यक्ष पद के महत्वपूर्ण चुनावों में थरूर को 1,072 वोट मिले, जबकि उनके सहयोगी और कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष खड़गे ने शानदार जीत में 7,897 वोट हासिल किए. इसके अलावा 416 मत अवैध घोषित किए गए थे. खड़गे अब सबसे पुरानी पार्टी की बागडोर संभालने के लिए सोनिया गांधी की जगह लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.