औरंगाबाद : यहां रेलवे स्टेशन इलाके में एक व्यक्ति की गुरुवार शाम गुटखा खाने के बाद मौत हो गई. मृतक की पहचान 37 वर्षीय गणेश जगन्नाथ वाघ (Ganesh Jagannathdas Wagh) के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया, गणेश पिछले 20 साल से एक निजी कंपनी में काम करता था. वह गुरुवार की रात अपने ऑनर के घर टीवी पर डिश लगाने गया था. काम करते-करते उसने गुटखा खाया और हिचकी आ गई. वह तुरंत बेहोश हो गया और उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस को शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया कि सुपारी का एक टुकड़ा फूड कैनाल में टकरा गया जिससे उसकी मौत हो गई. उस्मानपुरा थाने में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है. गणेश के परिवार में मां, पत्नी, दो बच्चे हैं.
ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे इंडिया के अनुसार, 2016-17 तक भारत में वयस्कों की 29 फीसद आबादी तंबाकू प्रोडक्ट का उपयोग कर रही थी. इसमें से करीब 20 करोड़ लोग स्मोकलेस तंबाकू यानी खैनी, गुटखा, सुपारी जैसे उत्पाद चबा रहे हैं. हालांकि तंबाकू में सेवन सबसे बड़ा हिस्सा सिगरेट का है. लैंसेट जर्नल की रिपोर्ट 'ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज' भारत में 15 से 24 साल के 2 करोड़ युवा स्मोकिंग करते हैं.
गौरतलब है कि भारत चीन के बाद दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी तंबाकू का सेवन करने वाली आबादी है. तंबाकू के सेवन से देश में 6 में से 1 एनसीडी (गैर-संचारी रोग) मौत होती है. इस स्थिति से निपटने के लिए, सरकार सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा) संशोधन विधेयक, 2020 के माध्यम से मौजूदा तंबाकू कानून को मजबूत करके तंबाकू नियंत्रण के प्रयासों में सुधार करना चाह रही है.