अहमदाबाद: दशहरे के दिन सुबह से ही गुजराती लोग फाफड़ा-जलेबी के लिए फरसाण की दुकानों पर लाइन लगा लेते हैं. दशहरे के दिन गुजराती वाहन और शस्त्र पूजा के बाद नाश्ते में फाफड़ा-जलेबी खाते हैं. एक अनुमान के मुताबिक, गुजरात में छह लाख किलो फाफड़ा, गाठिया, चोराफड़ी और जलेबी की खपत होती है. जिसकी अनुमानित लागत 15 करोड़ आंकी गई है. यहां दशहरे के दिन फाफड़ा, गाठिया, चोराफड़ी और जलेबी लोग चाव से खाते हैं.
अहमदाबाद के रहने वाले त्योहार मनाने में दिल खोल कर पैसा खर्च करते हैं. इसका प्रमाण इस बात से मिलता है कि फाफड़ा, गाठिया, चोराफड़ी और जलेबी की कीमतें पिछले साल की तुलना में इस साल औसतन 15 से 20 फीसदी तक बढ़ी हैं, लेकिन फाफड़ा-जलेबी के शौकीन जमकर खा रहे हैं. पिछले साल प्रति किलो 450 से 550 रुपये में फाफड़ा बिके थे, इस साल कीमत 650 प्रति किलो पहुंच गई.