बनिहाल: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान पुलिस का इंतजाम ध्वस्त हो गया था जिसके बाद अपने सुरक्षाकर्मियों की सलाह पर उन्होंने आज की यात्रा रद्द कर दी. उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि शनिवार और रविवार को इस यात्रा तथा इससे जुड़े कार्यक्रमों में ऐसा नहीं होना चाहिए. राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, लोगों की ओर से शानदार स्वागत किया गया. सुबह से ही लोग जमा हुए थे और हम यात्रा करने के लिए उत्सुक थे. पुलिस वाले, जो यात्रा के दौरान सुरक्षा घेरे के पास रहते हैं, वह चले गए या दिखे नहीं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि पुलिस का इंतजाम पूरी तरह से ध्वस्त हो गया.
उनका कहना था, मेरी सुरक्षा से जुड़े लोग इससे असहज हो गए थे और उन्होंने कहा कि मैं आगे यात्रा नहीं करूं. इसलिए मुझे अपनी यात्रा आज रद्द करनी पड़ी. दूसरे लोगों ने पदयात्रा की. राहुल गांधी ने कहा, प्रशासन की जिम्मेदारी है कि पुलिस की भूमिका की गारंटी दे. मेरे लिए बहुत मुश्किल है कि मैं अपनी सुरक्षा में लगे लोगों के सुझावों के खिलाफ जाऊं. कांग्रेस नेता ने कहा, मुझे मालूम नहीं, ऐसा क्यों हुआ, लेकिन कल और परसों ऐसा नहीं होना चाहिए.
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह आगे पदयात्रा करेंगे. 'भारत जोड़ो यात्रा' सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से आरंभ हुई थी. इसका समापन 30 जनवरी को श्रीनगर में होगा.
इससे पहले बड़ी संख्या में तिरंगा थामे कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता राहुल के साथ पदयात्रा करते नजर आए. बनिहाल में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. राहुल की तरह सफेद टी-शर्ट पहने उमर ने कांग्रेस पार्टी के हजारों समर्थकों के साथ राहुल के साथ पदयात्रा में हिस्सा लिया.
इस बीच जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने ट्वीट किया,' जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रशासन राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहा. सुरक्षा चूक जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के अनुचित और अपरिपक्व रवैये का संकेत देती है.
श्रीनगर से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बनिहाल पहुंचने के बाद संवाददाताओं से मुखातिब उमर ने कहा, 'भारत जोड़ो यात्रा का मकसद राहुल गांधी की छवि सुधारना नहीं, बल्कि देश के मौजूदा हालातों में बदलाव लाना है. उन्होंने कहा कि वह यात्रा में इसलिए शामिल हो रहे हैं, क्योंकि वह देश की छवि को लेकर ज्यादा चिंतित हैं.
उमर ने कहा, 'हम किसी एक व्यक्ति की छवि के लिए नहीं, बल्कि देश की छवि के लिए इसमें हिस्सा ले रहे हैं.' नेकां नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने निजी उद्देश्यों के चलते यह यात्रा शुरू नहीं की, बल्कि उन्होंने देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की कथित कोशिशों को लेकर अपनी चिंताओं के मद्देनजर यह कदम उठाया.