मालदा (पश्चिम बंगाल): रतुआ के महानंदा टोला ग्राम पंचायत के नया बिलाईमारी गांव में गुरुवार को दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा था, उसी दौरान स्थानीय लोगों ने एक नवजात बच्ची को पानी से बचाया, जिसके बारे में माना जाता है कि वह गंगा नदी में तैर (15-day-old girl found in river on the day of Durga immersion) रही थी. रतुआ थाना पुलिस ने नवजात को मालदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा, जहां उसका इलाज चल रहा है. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है.
हालांकि दुर्गा पूजा का माहौल उसके बाद भी बना रहा. बिहार के पास नया बिलाईमारी गांव के कुछ लोग गंगा के किनारे बैठे थे, तभी उनका ध्यान गंगा में तैरते प्लास्टिक के गुब्बारे (15-day-old baby came floating in river) की तरह गया. उसी दौरान उन्होंने एक बच्चे के रोने की आवाज सुनी. उसके बाद सभी लोग गंगा के किनारे-किनारे दौड़ने लगे. इसके बाद उन्होंने एक नाव ली और गंगा के बीच में तैर रहे प्लास्टिक के बाथटब को किनारे पर ले आए. इसमें उन्हें एक बच्ची रोते हुए मिली.
ग्रामीणों का कहना है कि गंगा और कोशी नदियों का संगम ज्यादा दूर नहीं है. अगर बच्ची किसी तरह वहां पहुंच जाती तो शायद उसे नहीं बचाया जा सकता था. हालांकि गांव के सभी लोगों को यकीन है कि बच्ची बिहार से गंगा में तैर कर आई होगी. गंगा से बच्ची के बचने की खबर फैलते ही घटना को देखने के लिए किनारे पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. इसके बाद इसकी जानकारी रतुआ थाना पुलिस को भी हुई. पुलिस ने बच्ची को ग्रामीणों से अपने कब्जे में ले लिया और उसे दूध पिलाकर इलाज के लिए मालदा मेडिकल भेजा गया.