नई दिल्ली/बेंगलुरू : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कर्नाटक में स्कूल की एक किताब से भगत सिंह पर आधारित एक पाठ को हटाने को लेकर दक्षिणी राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह कदम महान स्वतंत्रता सेनानी की शहादत का अपमान है और कर्नाटक सरकार को यह निर्णय वापस लेना चाहिए. वहीं, लोक शिक्षा विभाग ने स्पष्टीकरण दिया है कि स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह से जुड़ा पाठ दसवीं कक्षा (कन्नड़ 5 भाग) की पाठ्यपुस्तक से नहीं हटाया गया है.
जानकारी के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने ट्वीट किया कि देश अपने शहीदों का इस तरह से अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि 'उसके लोग' भगत सिंह से इतनी नफरत क्यों करते हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस मुद्दे को लेकर भाजपा की आलोचना की. उन्होंने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह के लिए भाजपा की नफरत खुलकर सबके सामने आ गई है.
ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (एआईडीएसओ) और ऑल इंडिया सेव एजुकेशन कमेटी (एआईएसईसी)समेत कुछ संगठनों ने दावा किया है कि कर्नाटक सरकार ने भगत सिंह पर आधारित एक पाठ को स्कूल की किताब से हटा दिया है तथा दसवीं कक्षा की संशोधित कन्नड़ पाठ्यपुस्तक में राष्ट्रीय सवयं सेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार का भाषण शामिल किया है.
केजरीवाल ने कहा, 'भाजपा के लोग अमर शहीद सरदार भगत सिंह जी से इतनी नफरत क्यों करते हैं? स्कूल की किताबों से सरदार भगत सिंह जी का नाम हटाना अमर शहीद की कुर्बानी का अपमान है. देश अपने शहीदों का ऐसा अपमान बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा. भाजपा सरकार को यह फैसला वापस लेना होगा.'