नई दिल्ली: भारत में अब तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप 'ओमीक्रोन' के 803 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 241 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए हैं. ये मामले 21 राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों में सामने आए हैं.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि दिल्ली में सबसे अधिक 238 मामले दर्ज किए गए हैं और इसके बाद महाराष्ट्र में 167, गुजरात में 73, केरल में 65 और तेलंगाना में 62 मामले सामने आए हैं.
मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 9,195 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,48,08,886 हो गई है. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 77,002 तथा 302 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,80,592 हो गई है. राजस्थान में 22 नए मामले सामने आए है. मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन के दो संदिग्ध मरीज मिले हैं और उनके नमूने जांच के लिए दिल्ली भेजे गए हैं. चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक आला अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.
आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 62 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम हैं. उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 77,002 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है, यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है. पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,546 की वृद्धि दर्ज की गई है. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.40 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.79 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 86 दिन से दो प्रतिशत से कम है. साप्ताहिक संक्रमण दर 0.68 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले 45 दिन से एक प्रतिशत से कम है. देश में अभी तक कुल 3,42,51,292 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 143.15 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं.
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे.