जयपुर:कोरोना का ओमीक्रॉन वेरिएंट इन दिनों दुनिया के लिए सबसे बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है. दक्षिण अफ्रीका से निकला ये वेरिएंट आज दुनिया के कई देशों में पहुंच चुका है. भारत में भी एक के बाद एक कई मरीज सामने आ रहे हैं.
महाराष्ट्र और राजस्थान में सबसे ज्यादा संक्रमित
राजस्थान में ओमीक्रोन के चार नए मामले सामने आए हैं, जिससे कुल 17 मामलों के साथ ओमीक्रोन के संक्रमितों के मामले में राजस्थान दूसरे स्थान पर है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी है. महाराष्ट्र के बाद, राज्य अब ओमीक्रॉन से संक्रमित रोगियों की संख्या के साथ देश में दूसरे स्थान पर है. महाराष्ट्र में ओमीक्रोन वेरिएंट के सबसे ज्यादा 20 मरीज हैं. हालांकि इनमें से 9 लोग स्वस्थ हो चुके हैं.
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जयपुर के सीएमएचओ नरोत्तम शर्मा के अनुसार, "एक परिवार के चार सदस्यों के अलावा, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद ओमिक्रॉन के लिए पॉजिटिव परीक्षण किया था, आदर्श नगर जनता कॉलोनी में रहने वाले उनके परिवार के सदस्य भी संपर्क में आए थे जबकि पांच लोग पहले ओमीक्रॉन से संक्रमित पाए गए थे. बाकी चार लोगों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है" इस बीच, पिछले कुछ दिनों में विदेश से लौटे लोगों की जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट अभी जयपुर में नहीं आई है। इसमें यूक्रेन से लौटे परिवार के चार सदस्य, जर्मनी से लौटे परिवार के चार सदस्य और अमेरिका से लौटे दो व्यक्ति शामिल हैं. इन लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं.
देश में ओमीक्रोन के कितने मामले
देश में कोविड-19 के इस सबसे नए वेरिएंट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. देशभर में अब तक ओमीक्रोन के कुल मामले 49 पहुंच चुके हैं. राजस्थान और महाराष्ट्र के अलावा गुजरात में चार, कर्नाटक में तीन, दिल्ली में दो और केरल, आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़ में एक-एक मरीज की पुष्टि हुई है.
ओमीक्रोन क्यों बजा रहा खतरे की घंटी ?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि 9 दिसंबर तक ओमिक्रॉन 63 देशों में फैल चुका है. दक्षिण अफ्रीका में इसे तेजी से फैलने वाले वेरिएंट के रूप में देखा गया, जहां डेल्टा का असर काफी कम था. अगर इसका ट्रांसमिशन आबादी में हुआ तो यह खतरनाक रूप भी दिखा सकता है. ओमीक्रोन डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले तेजी से फैलता है. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि अभी तक ओमीक्रोन को लेकर सीमित साक्ष्यों के आधार पर ज्यादा डेटा उपलब्ध नहीं हैं. मगर साउथ अफ्रीका में मिले नतीजों से यह सामने आया है कि ओमीक्रोन इम्युनिटी और टीकाकरण के प्रभाव को कमजोर कर रहा है.
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ब्रिटेन में भी कोविड-19 के मामले फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. जिनमें ओमीक्रोन के संक्रमितों की भी अच्छी खासी तादाद है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के मुताबिक ब्रिटेन में ओमीक्रोन से पहली मौत हो चुकी है. भारत से लेकर ब्रिटेन जैसे कई देशों में डेल्टा वेरिएंट ने कहर बरपाया था. अगर विशेषज्ञों की मानें तो ये ओमीक्रोन वेरिएंट डेल्टा से भी ज्यादा तेजी से फैलता है. कुछ जानकार तो इस वेरिएंट को ही देश में कोरोना की तीसरी लहर की वजह बता रहे हैं. ऐसे में ये वेरिएंट दुनियाभर के लिए खतरे की घंटी बजा रहा है.
(एजेंसी इनपुट)