मुंबई : शिवसेना ने कहा कि युवाओं को फंसाकर उगाही (Extortion by trapping youth) करने वाले अधिकारियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. आर्यन खान और दो अन्य को क्रूज जहाज मादक पदार्थ बरामदगी मामले में जमानत देने से संबंधी बंबई उच्च न्यायालय का विस्तृत आदेश आने के कुछ दिनों बाद शिवसेना का यह बयान आया है.
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना (Shiv Sena mouthpiece Saamana) में केंद्रीय एजेंसियों की आलोचना करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में उनकी कार्रवाई से किसी तरह की साजिश की बू आती है और अभिनेता शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान तथा राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख का जिक्र किया.
देशमुख, प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज धनशोधन के एक मामले में अभी न्यायिक हिरासत में हैं. शिवसेना ने आर्यन खान के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा लगाये गये आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है.
आर्यन को एनसीबी ने मुंबई में पिछले महीने की शुरूआत में एक क्रूज जहाज पर मारे गए छापे के दौरान गिरफ्तार किया था. उच्च न्यायालय से जमानत मिलने से पहले वह करीब एक महीने जेल में था. उच्च न्यायालय ने अपने विस्तृत आदेश में कहा था कि प्रथमदृष्टया ऐसा कोई साक्ष्य आरोपियों के खिलाफ नहीं पाया गया है जो यह प्रदर्शित करता हो कि उन्होंने अपराध की साजिश रची थी.
शिवसेना ने कहा कि यदि यह (बंबई उच्च न्यायालय की बात) सही है तो हर अधिकारी, जो युवाओं को फंसा कर उगाही कर रहा है, उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए. दिल्ली एनसीबी की टीम मुंबई के अपने क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े को रकम अदायगी के आरोपों की जांच कर रही है.