नई दिल्ली : यूक्रेन में जो संकट चल रहा है उससे वैश्विक शक्तियों में दो खेमे बनने के आसार हैं. ऐसे में भारत की भी रणनीति और कूटनीति पर असर पड़ना स्वाभाविक है. एक बड़े घटनाक्रम में भारतीय वायुसेना, तेजस के बेड़े के साथ ब्रिटेन के लिए उड़ान भरेगी. वायुसेना छह मार्च से 27 मार्च तक ब्रिटेन के वड्डिंगटन में बहुपक्षीय अभ्यास 'कोबरा वारियर 22' में भाग लेगी. इस बेड़े में हल्के लड़ाकू विमान तेजस के पांच विमान शामिल होंगे.
'एक्स कोबरा वॉरियर' 104 साल पुरानी रॉयल एयर फोर्स (RAF) की सबसे अहम एक्सरसाइज मानी जाती है. मेजबान यूके के अलावा इसमें भारत, अमेरिका, स्वीडन, सऊदी अरब और बेल्जियम शामिल होंगे.
'एक्स कोबरा वारियर 22' हल्के लड़ाकू विमान तेजस के लिए अपनी ताकत प्रदर्शित करने का प्रमुख मंच होगा. वायुसेना के पास युद्ध कौशल बढ़ाने के साथ ही अन्य प्रमुख देशों की वायुसेनाओं से संबंध बढ़ाने का बेहतरीन मौका है. तेजस उच्च तकनीक से लैस होने के साथ ही कम कीमत वाला लड़कू विमान है. ऐसे में भारत अपने घरेलू तेजस को विदेशी खरीदारों के लिए पेश करने का इच्छुक है.
25 फरवरी से 'मिलन 2022' का होगा आयोजन
तेजस के पांच लड़ाकू बेड़े के साथ एक सी-17 विमान भी होगा. दूसरी ओर भारतीय नौसेना 25 फरवरी से 4 मार्च तक विशाखापत्तनम के पूर्वी समुद्री तट पर 'मिलन 2022' का आयोजन कर रही है. इसमें प्रमुख नौसैनिक शक्तियों में शामिल अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस सहित लगभग 40 देश शामिल होंगे. इससे पहले भारतीय नौसेना के एक सूत्र ने 'ईटीवी भारत' को बताया था कि नौ दिनों तक चलने वाले अभ्यास में विदेशी नौसेनाओं के कम से कम 12-14 युद्धपोतों के भाग लेने की उम्मीद है.