भुवनेश्वर:ओडिशा के बालासोर जिले में दो यात्री ट्रेनों और एक मालगाड़ी के पटरी से उतरने से भयानक दुर्घटना हुई है. शुक्रवार शाम को हुए हादसे में अब तक 261 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 900 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो गई. एक अधिकारी के मुताबिक निजी अस्पतालों को दुर्घटना पीड़ितों को भर्ती करने और आपातकालीन उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य सचिव शालिनी पंडित ने सभी बीएसकेवाई सूचीबद्ध निजी अस्पतालों को मरीजों के इलाज के लिए बेड तैयार रखने का निर्देश दिए हैं.
उन्होंने आगे बताया कि बालासोर, भद्रक, मयूरभंज, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, कटक और भुवनेश्वर में सूचीबद्ध अस्पतालों को विशेष रूप से दुर्घटना पीड़ितों को प्राप्त करने और उनका तत्काल उपचार प्रदान करने के लिए कहा गया है. भद्रक के जिला मजिस्ट्रेट सिदेश्वर बलिराम बोंदर ने कहा कि दुर्घटनास्थल पर सभी एंबुलेंस और बसों को सेवा में लगाया गया है. वर्तमान में हमें 10 मरीज मिले हैं और हमने दुर्घटनास्थल पर अपनी एंबुलेंस और बसें तैनात कर दी हैं. जिला मुख्यालय अस्पताल में 150 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है.
अधिकारियों ने कहा कि सभी आपातकालीन उपचार सूचीबद्ध अस्पतालों द्वारा मुफ्त में प्रदान किए जा रहे हैं और 115 एंबुलेंस चल रहे राहत और बचाव कार्यों के लिए जुटाई गई हैं. उन्होंने कहा कि दुर्घटनास्थल के लिए आस-पास के जिलों से हल्के स्ट्रेचर भी मंगवाए गए थे. शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे ओडिशा के बालासोर में बहानागा स्टेशन के पास एक मालगाड़ी से टकराने के बाद पटरी से उतर गए.
ओडिशा के मुख्य सचिव ने कहा कि घायलों को सोरो सीएचसी, गोपालपुर सीएचसी और खांटापाड़ा पीएचसी में स्थानांतरित कर दिया गया है. रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा के मुताबिक, हादसा शुक्रवार शाम करीब सात बजे हुआ. शाम 7 बजे, शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के 10-12 डिब्बे बालेश्वर के पास पटरी से उतर गए और विपरीत ट्रैक पर गिर गए. कुछ समय बाद, यशवंतपुर से हावड़ा जाने वाली एक और ट्रेन पटरी से उतरी हुई बोगियों से टकरा गई, जिसके परिणामस्वरूप इसके 3-रेल डिब्बे पटरी से उतर गए.