भुवनेश्वर: अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे राज्यों की मदद के लिए ओडिशा सरकार ने पिछले 24 घंटों में 250 टन से अधिक मेडिकल ऑक्सीजन विभिन्न शहरों में भेजी है.
राउरकेला, जाजपुर और अंगुल जिले से 250 टन से अधिक मेडिकल ऑक्सीजन वाले पंद्रह टैंकरों को विशाखापट्टनम (एपी), हैदराबाद (तेलंगाना), इंदौर (एमपी), पुणे, मुंबई और नागपुर (महाराष्ट्र) भेजा गया है.
ओडिशा से मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति एयरलिफ्ट किए टैंकर
तेलंगाना के नौ खाली ऑक्सीजन टैंकरों को शुक्रवार को ओडिशा ले जाया गया, ताकि कोविड मरीजों का इलाज करने वाले अस्पतालों को आपूर्ति के लिए राज्य में ऑक्सीजन लाई जा सके. भारतीय वायु सेना (IAF) के दो सी -17 विमानों का इस्तेमाल हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे से टैंकरों को एयरलिफ्ट करने के लिए किया गया.
तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री इटाला राजेंद्र के अनुसार 27 अप्रैल तक राज्य में 150 टन ऑक्सीजन लाने के लिए टैंकर सड़क मार्ग से वापस आएंगे. उन्होंने दावा किया कि यह देश का पहला उदाहरण है जहां युद्धक विमानों का उपयोग ऑक्सीजन टैंकरों के लिए किया गया.
गौरतलब है कि ओडिशा सरकार ने दिल्ली, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश, बिहार को ऑक्सीजन की सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है. दिल्ली और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों ने प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक को धन्यवाद दिया.
ओडिशा पुलिस ने टैंकरों की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए 'ग्रीन कॉरिडोर' बनाए हैं. दो टैंकर शुक्रवार सुबह जाजपुर से विशाखापट्टनम और पुणे के लिए रवाना हुए, कल रात अंगुल से विशाखापट्टनम के लिए टैंकर रवाना हुआ था.
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ओडिशा में पांच निर्माता हैं, जो प्रतिदिन लगभग 375 टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं. इसके साथ ही 22 भरने वाली एजेंसियां हैं.