भुवनेश्वर : ओडिशा के पैरा एथलीट कमलकांत नायक ने अपने हौसले के दम पर अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में दर्ज कराया है. कमलकांत नायक ने भुवनेश्वर में मैन्युअल व्हीलचेयर के जरिये 24 घंटे में 215.5 किलोमीटर की दूरी तय की और वर्ल्ड रेकॉर्ड कायम किया. अभी तक यह रेकॉर्ड पुर्तगाल के मारियो त्रिनिडाड के नाम पर था, जिन्होंने मैन्युअल व्हीलचेयर के जरिये 182.4 किलोमीटर की दूरी तय की थी.
आयोजकों के अनुसार, राजमहल से मास्टर कैंटीन के 1.14 किलोमीटर के लैप पर कमलकांत ने 4 घंटे में 43 किलोमीटर, 9 घंटे में 89 किलोमीटर, 12 घंटे में 118 किलोमीटर, 18 घंटे में 165 किलोमीटर, 20 घंटे में 183 किलोमीटर की दूरी तय की. 28 वर्षीय पैरा-एथलीट ने रविवार को शाम 4.30 बजे अपना रेस शुरू किया और भुवनेश्वर में दो व्यस्त ट्रैफिक चौकों के बीच बने लैप्स में 24 घंटे तक लगातार मैन्युअल व्हीलचेयर चलाते रहे. इस दौरान उन्होंने हाइड्रेटिंग, भोजन और फिजियोथेरेपी के लिए 2 घंटे का ब्रेक लिया. उनके पूरे परफॉर्मेंस को वीडियो कैमरा, जीपीएस ट्रैकर्स और मोबाइल फोन से रिकॉर्ड किया गया.
ओडिशा के कमलकांत नायक ने बनाया वर्ल्ड रेकॉर्ड (वीडियो) वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाने के बाद कमलकांत ने कहा कि जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है. मैं अपनी बहन और मेंटर का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे शारीरिक दिक्कतों को दरकिनार कर लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित किया. कमलकांत इस हासिल करने के लिए छह वर्षों से लगातार प्रैक्टिस कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इस रेकॉर्ड को बनाने का मकसद उन अशक्त लोगों को प्रेरित करना है, जो कुछ हासिल करने की चाह रखते हैं.
बता दें कि कमलकांत नायक की रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी, जिससे उन्हें लकवा मार गया था. मगर इसके बाद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी. कमलकांत नायक भारत के एकमात्र पैरा एथलीट हैं, जिन्होंने व्हीलचेयर के जरिये 139.57 किमी की अल्ट्रा-मैराथन 15 घंटे में पूरी की है. उन्होंने 16 हाफ मैराथन और 13 फुल मैराथन पूरे किए हैं. ओडिशा के पुरी जिले के एक गांव में जन्मे कमलकांत ओडिशा व्हीलचेयर बास्केटबॉल टीम के कप्तान हैं. 2020 में उन्होंने व्हीलचेयर में बैठकर 4,200 किमी से अधिक की यात्रा की थी, यह भी एक रेकॉर्ड था. खेल और मैराथन के अलावा, वह पीयर मेंटरिंग पैरालाइज्ड स्पाइनल कॉर्ड इंजरी पर्सन के नेशनल चैंपियन भी हैं.
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