बरहामपुर (ओडिशा):चार साल पहले, ओडिशा के गंजम जिले के एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में बुनियादी ढांचे की कमी थी जिसके कारण छात्रों ने स्कूल जाना छोड़ दिया था, लेकिन 2021 में इस उच्च प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 1-4 तक की छात्र संख्या 50 से बढ़कर 107 हो गई है.
सरकार द्वारा संचालित यह स्कूल इस उपलब्धि का श्रेय इसके प्रधानाध्यापक अजीत कुमार सेठी को देता है, जिन्होंने अपनी अनूठी शिक्षण शैली के साथ यह परिवर्तन लाया.
अजीत सेठी देश भर के उन 44 शिक्षकों और राज्य के दो शिक्षकों में से एक हैं जिन्हें राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शिक्षक दिवस पर स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाने में उनके योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया था.
2017 में स्कूल से जुड़ने वाले अजीत सेठी ने कहा, मैंने देखा कि स्कूल में बुनियादी ढांचे की कमी थी. मैंने छात्रों को स्कूल में वापस लाने की योजना पर काम किया, जिनमें से ज्यादातर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्र थे.
ग्रामीणों, पंचायत प्रमुख और अन्य की भागीदारी से स्कूल का विद्युतीकरण किया गया, लड़कों और लड़कियों के लिए अलग शौचालय परिसर बनाए गए, पानी की सुविधा दी गई और स्कूल परिसर में एक न्यूट्रिशन गार्डन विकसित किया गया.