बरहामपुर (ओडिशा) :ओडिशा पुलिस ने शुक्रवार को एक अवैध भ्रूण सेक्स डिटेक्शन रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में मुख्य आरोपी और एक आशा कार्यकर्ता सहित 13 लोगों को मौके से गिरफ्तार किया है. ये भ्रूण के सेक्स का पता लगाने के बाद उनकी गर्भपात भी कराते थे. मुख्य आरोपी पिछले कुछ वर्षों से इस केंद्र को चला रहा था. इसकी जानकारी बरहामपुर के पुलिस अधीक्षक सरवण विवेक एम ने मीडिया को दी.
आरोपियों की पहचान दुर्गा प्रसाद नायक (41), अक्षय दलाई (24), हरि मोहना दलाई (42) रीना प्रधान (40) (सीएचसी खोलीकोट में आशाकर्मी) और श्री दुर्गा पैथोलॉजी के रवींद्रनाथ सत्पथी (39) के रूप में हुई है. अन्य आरोपियों में काली चरण बिसोई (38) निर्णय डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर, भाभानगर चक, साई कृपा सेवा सदन नर्सिंग होम के सुशांत कुमार नंदा (40), जगन्नाथ क्लिनिक के पद्म चरण भुइयां (60), जोसोडा के शिवराम प्रधान (37) शामिल हैं. नर्सिंग होम, मृत्युंजय अस्पताल के सुमंत कुमार प्रधान (30), स्मार्ट अस्पताल के धबलेश्वर नायक (51), मैलापुरी सुजाता (49) और रालाबा के सुभाष च राउत (48). पुलिस ने अल्ट्रासाउंड जांच और कनेक्टर के साथ एक LOGIQ-e मेक अल्ट्रासाउंड मशीन, एक लैमिनेटेड LOGIQ बुक XP अल्ट्रासाउंड मशीन, अल्ट्रासाउंड के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अल्ट्रासाउंड ट्रांसमिशन जेल, 18,200 रुपये नकद और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया है.
बरहामपुर के एसपी सरवना विवेक एम ने कहा कि अंकुली के आनंद नगर में अल्ट्रासाउंड मशीन का उपयोग कर अवैध लिंग निर्धारण अल्ट्रासाउंड परीक्षण के संबंध में विश्वसनीय जानकारी के आधार पर, पुलिस टीम ने गुरुवार दोपहर करीब 12.30 बजे दुर्गा प्रसाद नायक द्वारा संचालित होम-कम-क्लिनिक पर छापा मारा. छापे के वक्त आरोपी भ्रुण के लिंग की पहचान कर रहा था और घर की पहली मंजिल पर ग्यारह गर्भवती महिलाएं मौजूद थीं. पुलिस ने कहा कि जांच के साथ दो अल्ट्रासाउंड मशीनें और अन्य सामान जब्त किए गए हैं.