भुवनेश्वर : ओडिशा के कालाहांडी में एक शिक्षिका की हत्या को लेकर हंगामे के चलते राज्य विधानसभा में कामकाज नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही निर्धारित समय से 20 दिन पहले शुक्रवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई. उधर, एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर ओडिशा पुलिस ने लाठीचार्ज किया क्योंकि वे सुरक्षा घेरा तोड़कर राज्य विधानसभा परिसर में कथित रूप से घुसने की कोशिश कर रहे थे.
अध्यक्ष एस एन पात्रो ने शीतकालीन सत्र की समाप्ति की घोषणा करते हुए कहा कि सदन का कोई महत्वपूर्ण आधिकारिक कार्य लंबित नहीं है. उल्लेखनीय है कि 16वीं विधानसभा का आठवां सत्र, 1 दिसंबर से शुरू हुआ था और 31 दिसंबर को समाप्त होने वाला था.
शिक्षिका के अपहरण व हत्या को लेकर सदन में हंगामा हुआ क्योंकि विपक्षी सदस्यों ने गृह राज्य मंत्री डी एस मिश्रा को हटाने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की, जिन्होंने मामले के मुख्य आरोपी को कथित तौर पर बचाया है.
नौ कार्य दिवसों में सदन में कोई महत्वपूर्ण कामकाज नहीं हुआ. इस दौरान विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी की, विधानसभा के द्वार को अवरुद्ध किया और 'शुद्धि' के लिए गंगाजल और गाय के गोबर का छिड़काव किया.
विपक्ष के सदस्यों ने आरोप लगाया कि मंत्री मिश्रा ने मुख्य आरोपी को 17 अक्टूबर को पुलिस हिरासत से भागने दिया. उसे 19 अक्टूबर को फिर से पकड़ लिया गया.