जिनेवा :अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय प्रवासी श्रमिकों की संख्या बढ़कर 169 मिलियन हो गई है, जो 2017 से 3% की वृद्धि है. आईएलओ के मुताबिक, 2017 के बाद से युवा प्रवासी श्रमिकों (15-24 आयु वर्ग) की हिस्सेदारी में भी लगभग 2% या 3.2 मिलियन की वृद्धि हुई है.
अंतरराष्ट्रीय प्रवासी श्रमिकों की संख्या बढ़कर 169 मिलियन हुई : ILO - अंतरराष्ट्रीय प्रवासी श्रमिकों की संख्या में वृद्धि
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2017 के बाद से वैश्विक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय प्रवासी श्रमिकों की संख्या बढ़कर 169 मिलियन हो गई है. आईएलओ के मुताबिक, कोविड संकट ने महिला प्रवासी श्रमिकों के लिए असुरक्षा और छंटनी जैसे जोखिमों को और बढ़ा दिया है.
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन
आईएलओ (International Labour Organization) ने एक बयान में कहा कि कई प्रवासी श्रमिक अक्सर अस्थायी, अनौपचारिक या असुरक्षित नौकरियों में होते हैं, जो उन्हें असुरक्षा, छंटनी और बिगड़ती कामकाजी परिस्थितियों के अधिक जोखिम में डाल देते हैं. कोविड संकट ने विशेष रूप से महिला प्रवासी श्रमिकों के लिए इन जोखिमों को और बढ़ा दिया है.