नई दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (National Student Union of India-NSUI) ने यूक्रेन में रूस के हमले की वजह से वहां फंसे भारतीय छात्रों (Indian students stranded in Ukraine) को जल्द और सुरक्षित वापस लाने की मांग (NSUI demands of safe evacuation of students) करते हुए बुधवार को यहां प्रदर्शन किया. कांग्रेस की छात्र इकाई के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यहां शास्त्री भवन के निकट प्रदर्शन (NSUI Protests) किया.
उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन में गोलाबारी की वजह से एक भारतीय छात्र की मौत (Indian student died in Ukraine) के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए. NSUI की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष कुणाल सहरावत ने इस प्रदर्शन का नेतृत्व संभाला. सहरावत ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार छात्रों की सुरक्षित वापसी की बजाय सुर्खियां बटोरने पर ज्याद ध्यान दे रही है. NSUI के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान उसके कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और मंदिर मार्ग थाने ले गई. बाद में इन्हें छोड़ दिया गया.
बता दें कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में अभी भी लगभग 14,000 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं. विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द यूक्रेन की राजधानी छोड़ने की सलाह दी थी, क्योंकि रूसी सेना के हमलों से कीव में स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. युद्धग्रस्त यूक्रेन के पड़ोसी देशों के लिए 31 निकासी उड़ानें संचालित (Ukraine Crisis India 31 evacuation Flights) की जाएंगी और पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र में फंसे 6,300 से अधिक भारतीयों को वापस लाया जाएगा (ukraine over 6300 indians evacuation).