श्रीनगर: गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को श्रीनगर में कहा कि घाटी के भविष्य के युवा बंदूकों और पत्थरों में नहीं बल्कि विशाल भारतीय और विश्वव्यापी बाजारों में है, जो उनकी क्षमता का इंतजार कर रहे हैं. राजभवन श्रीनगर में कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद, शाह ने सभा को संबोधित किया और दावा किया कि जिन लोगों ने कश्मीरी युवाओं को आग्नेयास्त्र और पत्थर दिए, वे कभी भी घाटी के युवाओं के शुभचिंतक नहीं थे. शाह ने कहा कि बंदूकें और पत्थर कश्मीरी युवाओं के भविष्य का रास्ता नहीं हैं. अपना लैपटॉप उठाएँ और आगे बढ़ें क्योंकि विशाल भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में कई संभावनाएँ हैं. हम आपकी क्षमता का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. मैं कश्मीरी युवाओं से परिवर्तन में भाग लेने का आग्रह करता हूं. उन्होंने दावा किया कि कश्मीर ने हाल के वर्षों में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन देखा है.
उन्होंने कहा कि विस्फोट, हड़ताल और स्कूल बंद करना सभी पर नियंत्रण कर लिया गया है और शांति स्थापित हो गई है. 2022 में 1.88 बिलियन पर्यटकों ने कश्मीर का दौरा किया। कई लोगों ने उनसे कश्मीर की पिछली यात्रा पर कैब न मिल पाने की शिकायत की. संपूर्ण सुरक्षा जांच के बाद, मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि हर किसी को कैब रखने का अधिकार हो. ऐसा कानून हुआ करता था कि केवल वे ही लोग नई टैक्सियों के लिए पात्र होते थे जिनके पिता या दादा पर टैक्स बकाया था, लेकिन अब ऐसा नहीं है.
गृह मंत्री ने कहा कि पर्यटकों की भारी आमद को संभालने के लिए, अगले पांच वर्षों में घाटी में होटल के कमरे की क्षमता तीन गुना बढ़ाई जाएगी. वंशवाद शासन पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, “गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्तियों को जमीनी स्तर पर एक संपन्न लोकतंत्र की अनुमति थी.
कश्मीर घाटी में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास करने के बाद शाह ने कहा कि पहले विकास का पैसा चंद लोगों की जेब में जाता था, लेकिन अब विकास का लाभ उन सभी लोगों को मिल रहा है, जो इसके हकदार हैं. उन्होंने कहा कि जब श्रीनगर में जी20 की बैठक करने का फैसला किया गया, तब कई लोगों ने विभिन्न टिप्पणियां कीं और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती समेत कुछ लोगों ने कई अनुमान जताये.
शाह ने कहा, ‘‘लेकिन ये सभी अनुमान गलत साबित हुए क्योंकि श्रीनगर में जी20 की बैठक सफलतापूर्वक आयोजित हुई.’’ उन्होंने इसके लिए उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के नेतृत्व वाले जम्मू कश्मीर प्रशासन की सराहना की. शाह ने यह भी कहा कि जी20 बैठक के सफल आयोजन से कश्मीर में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा. गृह मंत्री ने दावा किया कि पिछली सरकारों में गरीबों और किसानों को भेजा जाने वाला धन कुछ लोगों की जेब में जाता था.