उधमपुर:उत्तरी कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Lt Gen Upendra Dwivedi) ने कहा कि मैं भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में वीरता और बलिदान के प्रेरक कार्यों के लिए बहादुर पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूं. कहा कि सबसे पहले मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि उत्तरी कमान (Northern Command) लगातार विकसित हो रहे खतरों और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है.
उत्तरी कमान (Northern Command) में सुरक्षा की स्थिति अस्थिर बनी हुई है क्योंकि आंतरिक सुरक्षा खतरों के अलावा उत्तरी और पश्चिमी दोनों मोर्चों से विरोधियों का सामना करने वाले सक्रिय अभियानों में हम एकमात्र कमांड हैं. संपूर्ण राष्ट्र के दृष्टिकोण से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सुरक्षा स्थिति में उत्तरोत्तर सुधार हुआ है. सभी रैंकों के बीच असाधारण उत्साह और प्रेरणा मुझे आश्वस्त करती है कि हमारी सीमाओं की सुरक्षा, सुरक्षित हाथों में है.
2021 कठिन वर्ष
उन्होंने कहा कि कई मायनों में 2021 भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक कठिन वर्ष था. हमारे सैनिकों ने उत्तरी सीमाओं पर अच्छी तरह से समन्वित और आक्रामक प्रतिक्रिया रणनीति के माध्यम से असाधारण बहादुरी का प्रदर्शन किया है. हमारे बलों ने इस कठिन समय में अनुकरणीय और उल्लेखनीय साहस दिखाया है. मैं ओपी रक्षक, ओपी मेघदूत और ओपी स्नो लेपर्ड में सभी बाधाओं को पार करते हुए अपने सर्वोच्च बलिदान के लिए भारतीय सेना के बहादुर सैनिकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं.
क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा
उन्होंने कहा कि हम भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और सीमा मुद्दों को हल करने के लिए सैन्य व राजनयिक, दोनों माध्यमों से रचनात्मक बातचीत में विश्वास करते हैं. द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति के लिए शांति की बहाली हमारा निरंतर प्रयास रहा है और रहेगा. हम सभी घटनाक्रमों पर लगातार नजर रख रहे हैं और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे.
कोविड के समय भी प्रयास
उन्होंनेकहा कि LAC और LC पर परिचालन संबंधी चुनौतियों के अलावा हम प्राकृतिक आपदाओं के समय में सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. जिसमें COVID-19 भी शामिल है. मैं इस अवसर पर COVID योद्धाओं के प्रयासों की सराहना करता हूं. जिनके अथक प्रयासों ने हमें कठिन समय में सुरक्षित रखा है. ऑपरेशन सद्भावना ने सशस्त्र बलों और आवाम के बीच की खाई को पाट दिया है, जिसके परिणामस्वरूप बेहतर नागरिक, सैन्य एकीकरण और समन्वय हुआ है.