नई दिल्ली : इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और बेंगलुरु स्थित नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च (NCDIR) द्वारा गुरुवार को पेश की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्वोत्तर राज्यों में कैंसर केस बढ़ने की सबसे ज्यादा संभावना है.रिपोर्ट में कहा गया है कि असम में प्रत्येक चार पुरुषों में दो और प्रत्येक छह महिलाओं में से दो में कैंसर विकसित होने की संभावना है.
रिपोर्ट बताती है कि 2020 में 50,317 की तुलना में पूर्वोत्तर क्षेत्र में नए कैंसर के मामलों की संख्या 2025 तक बढ़कर 57,131 हो सकती है.
ये अनुमान जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्टर द्वारा संकलित कैंसर के आंकड़ों पर आधारित हैं.
रिपोर्ट में असम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के 2012 से 2016 के सात अस्पताल आधारित कैंसर पंजीकरण के आंकड़े भी शामिल हैं.
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि रजिस्ट्रियों से उत्पन्न वैज्ञानिक सबूतों से इस क्षेत्र में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और भविष्य के नीतिगत फैसलों के लिए मार्गदर्शन मिलेगा.
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर कैंसर रजिस्ट्रियों ने सराहनीय काम किया है. यह उचित है कि हम इस क्षेत्र की जातीय विविधता का संरक्षण करें. आईसीएमआर -एनसीडीआईआर की रिपोर्ट पूर्वोत्तर में समस्या और इसकी विविधता के परिमाण पर प्रकाश डालती है.