नई दिल्ली : केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर को भारत के जैव-आर्थिक केंद्र (Bio-Economic Hub) के रूप में विकसित किया जाएगा.
उन्होंने कहा, पूर्वी हिमालयी क्षेत्र मेगा-जैव विविधता समृद्ध क्षेत्रों (mega-biodiversity rich zones) में से एक है और दुनिया के 34 जैव विविधता हॉटस्पॉट (biodiversity Hotspots of the world) में से एक है.
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के बयान के अनुसार, उन्होंने यह बात जैव-संसाधन और सतत विकास संस्थान (आईबीएसडी) के दौरे के बाद कही.