श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों ने सोमवार को श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान कर्नाटक के तीर्थयात्रियों के फंसे होने की खबरों को "आधा सच और राजनीति से प्रेरित" करार दिया. श्री अमरनाथ जी यात्रा 2023 के नोडल अधिकारी डॉ. पीयूष सिंगला ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया, "खराब मौसम के कारण शुक्रवार से निलंबित होने के बाद यात्रा कल शाम को फिर से शुरू हुई. जब यात्रा निलंबित कर दी गई थी. तब सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया था."
उन्होंने कहा, "मुझे ट्रेक पर फंसे किसी तीर्थयात्री को श्रीनगर या किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर हेलिकॉप्टर के जरिए ले जाए जाने की जानकारी नहीं है." इससे पहले, कुछ राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्रों ने खबर दी थी कि रविवार को अमरनाथ यात्रा के दौरान कर्नाटक के 100 से अधिक तीर्थयात्री पंचतरणी आधार शिविर में फंसे हुए थे और बाद में उन्हें हेलीकॉप्टर द्वारा नीलागर्थ ले जाया गया और सोमवार को दोपहर तक उनके कर्नाटक लौटने की उम्मीद है.
दैनिक समाचार पत्रों ने यह भी दावा किया कि कर्नाटक सरकार के एक बयान के आधार पर, सरकार ने तीन अधिकारियों की एक टीम नियुक्त की है - पोमला सुनील कुमार, आयुक्त, केएसडीएमए, यतीश चंद्र, डीसीपी क्राइम, बेंगलुरु सिटी पुलिस और कनिष्क, आईएएस प्रोबेशनर को कर्नाटक से तीर्थयात्रियों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए श्रीनगर में तैनात किया गया है. हालांकि, जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों को इस घटनाक्रम की जानकारी नहीं है.