गुवाहाटी : असम में ओएनजीसी के तीन कर्मचारियों के अपहरण की घटना को लेकर सनसनी फैली हुई है. अपहरण होने वाली रितुल सौकिया का अभी भी कोई पता नहीं चल पाया है.इससे पहले भारतीय सेना और असम राइफल्स के सैनिकों ने नागालैंड के मोन क्षेत्र से शुक्रवार को अगवा किए गए तीन में से दो लोगों को सफलतापूर्वक बचाया, हालांकि एक कर्मचारी अभी भी लापता है.
रेस्क्यू किए गए तीन में से दो ओएनजीसी कर्मचारियों मोहिनी मोहन गोगोई और अलकेश सैकिया को चराइदेव पुलिस को सौंप दिया गया है.
चरादो पुलिस द्वारा रविवार सुबह दोनों को सोनारी सदर पुलिस स्टेशन में लाने के बाद दोनों ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया.
मोहिनी मोहन गोगोई और अलकेश सैकिया को शुक्रवार रात असम पुलिस और सेना के जवानों द्वारा बचाए जाने के बाद रितुल सैकिया के परिवार के सदस्य और रिश्तेदार शोक मना रहे हैं.
हालांकि ऑपरेशन टीम को संदेह है कि अपहरण के पीछे उल्फा (i) का हाथ है, अभी तक किसी भी संगठन ने इस संबंध में कुछ भी दावा नहीं किया है. इसके बाद रितुल सैकिया के पिता ने जल्द से जल्द अपने बेटे को मुक्त करने की अपील की.
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बता दें कि तीनों ओएनजीसी कर्मचारियों को मंगलवार को शिवसागर जिले के लकुवा में एक सशस्त्र बदमाशों के एक समूह द्वारा एंबुलेंस स्थल से अगवा कर लिया गया था.