लुधियाना:पंजाब सरकार एक तरफ जहां प्रदेश के प्रिंसिपलों को ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर भेज रही हैं. तो वहीं, पंजाब के लुधियाना में एक ऐसा स्कूल भी हैं जहां 9 साल से प्रिंसिपल का पद रिक्त पड़ा है. सरकारें सत्ता में आने से पहले स्वास्थ्य सुविधाओं और शिक्षा को प्राथमिकता देने की बात करती हैं, क्योंकि इन दोनों को ही मौजूदा समय की बुनियादी जरूरत माना जाता है. हम यहां बात यहां कर रहे हैं लुधियाना सलेम टाबरी में स्थित नानक नगर सरकारी स्कूल की. इस स्कूल में साल 2014 के बाद से कोई प्रिंसिपल नहीं आया है और स्कूल में शिक्षकों की कमी भी है. यहां तक कि स्कूल में न तो चपरासी है और न ही सफाईकर्मी.
स्कूल परिसर में घुटनों तक उगी घास:नानक नगर सरकारी स्कूल के हालात ऐसे हो गए हैं कि विद्यालय परिसर में घुटनों तक घास उग आई है. ऐसे स्कूल में बच्चे शिक्षा प्राप्त करने को मजबूर हैं. इस संबंध में स्कूल के प्रभारी रजिंदर गुप्ता ने बताया कि साल 2014 में एक मैडम छह महीने के लिए प्रिंसिपल बनकर आईं थीं, जिसके बाद से स्कूल में कोई प्रिंसिपल नहीं आए. जूनियर हाई स्कूल के प्रभारी रजिंदर गुप्ता ही नौ साल से सारी जिम्मेदारी निभा रहे हैं.
स्कूल में शिक्षकों की कमी:रजिंदर गुप्ता ने बताया कि स्कूल में प्रिंसिपल को मिलाकर कुल 9 शिक्षकों की जरूत है, लेकिन वर्तमान सिर्फ 5 शिक्षक ही हैं. ऐसे में उनको ही स्कूल के सारे काम संभालने पड़ रहे हैं. स्कूल की सफाई भी उनको ही करनी पड़ती है, क्योंकि चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी भी यहां नहीं हैं. उन्होंने बताया कि स्कूल में कुल 3 शिक्षकों का पद खाली पड़ा है. स्कूल में पंजाबी और सामाजिक विज्ञान का कोई शिक्षक नहीं है. उन्होंने इस संबंध में शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है. साथ ही जिला शिक्षाधिकारी को भी सूचित कर दिया गया है.