नई दिल्ली:उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार को लेकर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली में एक समीक्षा बैठक की. बैठक में उन कारणों का विश्लेषण किया गया जिसके कारण पार्टी के खाते में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में मात्र दो सीटें आईं. हालांकि पार्टी ने एक आधिकारिक बयान में यह दावा किया की इस बैठक में, आगामी आम चुनाव के लिए पार्टी को तैयार करने के लिए विस्तृत चर्चा हुई. वहीं पार्टी के सदस्यों ने बैठक से बाहर आकर यह आरोप लगाया की राज्य नेतृत्व द्वारा जमीनी स्तर पर बदलाव करने के लिए कोई कड़ा फैसला नहीं लिया जा रहा है.
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मीडिया से कहा कि, 'आज की बैठक में विस्तृत चर्चा हुई और हर नेता को बोलने का मौका मिला. हमारा मानना है कि यह चुनाव न केवल हमारे लिए नई चुनौतियां लेकर आया बल्कि इससे हमारे लिए नए आयाम भी खुले.' उन्होंने यह भी कहा कि, 'प्रियंका गांधी ने बिना एक भी दिन बर्बाद किए 2024 के आम चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है.' वहीं एक सूत्र ने ईटीवी भारत को बताया कि राज्य के नेताओं ने इस बैठक में एक प्रस्ताव भी पारित किया है की पार्टी प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में अपनी राजनीतिक लड़ाई जारी रखेगी. हालांकि, राज्य इकाई में बहुप्रतीक्षित संगठनात्मक परिवर्तनों के बारे में पूछे जाने पर, एक नेता ने बताया की उस मामले पर कोई चर्चा नहीं हुई और नेतृत्व द्वारा कोई मजबूत निर्णय नहीं लिया गया.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत यूपी कांग्रेस के एक सदस्य ने प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और एआईसीसी(AICC) के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के एक सवाल का जवाब देते हुए ईटीवी भारत को बताया कि, 'उनके बारे में किसी ने कुछ नहीं कहा. कुछ लोगों के कोशिश करने पर भी प्रियंका गांधी जी ने बात दबा दी. ऐसा लगता है की वह इसके बारे में कुछ सुनना ही नहीं चाहतीं.' एक अन्य नेता ने यह भी कहा कि, 'हालांकि वह आरोपों को सही भी ठहरा रही थीं लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हुई. हमें बताया गया कि वह इस मामले में अलग से बात करेंगी. बता दें कि सोमवार को, यूपी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक बड़े समूह ने एआईसीसी मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि पार्टी नेतृत्व को संदीप सिंह और धीरज गुर्जर दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. उनपर यह आरोप लगाया गया है कि वे दोनों, राज्य में टिकट वितरण की प्रक्रिया के दौरान भ्रष्टाचार में लिप्त थे.
यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय कुमार लल्लू का इस्तीफा इस बीच, जब इन आरोपों के बारे में पूछा गया और क्या वह चुनावों में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेंगे, तब धीरज गुर्जर ने अपना इस्तीफा देने से इनकार कर दिया. हालांकि, यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय कुमार लल्लू ने अपना इस्तीफा देते हुए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मांग की कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों को भी कमेटी के पुनर्गठन के लिए इस्तीफा देना चाहिए.
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