उज्जैन :महात्मा गांधी के बारे में विवादित बयान देने के बाद सुर्खियों में आए बाबा कालीचरण महाराज को अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है. अपने गुरु अगस्तेश्वर का दर्शन करने उज्जैन पहुंचे कालीचरण ने कहा कि जिस व्यक्ति ने छत्रपति शिवाजी महाराज, गुरु गोविंद सिंह और महाराणा प्रताप को पथ भ्रष्ट कहा हो, उस व्यक्ति से मैं नफरत करता हूं. उन्होंने यह भी कहा कि मैं अपने आज के और पहले दिए गए सभी बयान पर हमेशा अडिग रहूंगा.
उज्जैन पहुंचने पर हुआ स्वागत: बाबा महाकालेश्वर और अपने गुरु के दर्शन के लिए कालीचरण महाराज के उज्जैन पहुंचने पर सांवेर रोड स्थित हरीफाटक चौराहे पर हिन्दू महासभा ने ढोल नगाड़ों के साथ फूल-माला पहनाकर उनका स्वागत किया. इस दौरान जब उनसे महात्मा गांधी पर दिए गए विवादित बयान को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मैं अपने दिए गए बयान पर हमेशा अडिग रहूंगा. मैं हमेशा सोच समझ कर बोलता हूं. मुझे अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है.'
इंदौर में लहराई तलवार
रायपुर की धर्म संसद में गांधीजी पर विवादित टिप्पणी के बाद कालीचरण को जेल भेज दिया गया था. जेल से छूटने के बाद कालीचरण जब इंदौर आए तो खुले आम उन्होंने तलवार लहराई थी. अब उज्जैन में उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा कि मैं उस व्यक्ति से नफरत करता हूं जो शिवाजी महाराज, राणा प्रताप और गुरु गोविंद सिंह को पथ भ्रष्ट कहता था.
कालीचरण महाराज ने धारा 144 का किया था उल्लंघनः कालीचरण हाल ही में जेल से रिहा होकर इंदौर पहुंचे थे. यहां भी उनका एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया था. अब उज्जैन में ताजा मामला सामने आया है. इसपर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि खुलेआम तलवार लहराकर दहशत फैलाना और अपने बयानों से अराजकता पैदा करने की कोशिश करना क्या पुलिस कमिश्नर कानून के अंतर्गत वैधानिक कार्य है? उन्होंने आरोप लगाया था कि इंदौर में जब धारा 144 प्रभावशील है, बिना अनुमति के जुलूस एवं प्रदर्शन पर पाबंदी है. ऐसे में कालीचरण क्या कानून से भी ऊपर हैं?
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