मुंबई : अदाकारा से नेता बनीं उर्मिला मातोंडकर ने कहा कि कांग्रेस के साथ कुछ समय तक जुड़ने के लिए उन्हें कोई पछतावा नहीं है और पार्टी के नेतृत्व के लिए उनके मन में काफी सम्मान की भावना है.
मातोंडकर हाल में शिवसेना में शामिल हो गई थीं. मातोंडकर ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास आघाड़़ी (एमवीए) सरकार ने एक साल में शानदार काम किया है और कोविड-19 महामारी और प्राकृतिक आपदा के समय लोगों की अच्छी देखभाल की.
मातोंडकर (46) ने कहा कि वह 'जनता की अदाकारा' हैं और 'जनता की नेता' बनने के लिए कठिन मेहनत करेंगी. उन्होंने कहा, 'मैं ऐसी नेता नहीं बनना चाहती, जो एसी रूम में बैठकर ट्वीट करे. मुझे पता है क्या करना है और कैसे काम करना है. मैं अनुभवों से सीख लूंगी.'
मातोंडकर 2019 के लोक सभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरी थीं, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली. एक साल बाद वह शिवसेना में शामिल हो गईं. वह पिछले साल मार्च में कांग्रेस में शामिल हुई थीं और सितंबर में उन्होंने पार्टी छोड़ दी.
कांग्रेस से कुछ समय के लिए अपने जुड़ाव पर उन्होंने कहा, 'मैं छह महीने से भी कम पार्टी में रही और लोक सभा चुनाव के लिए 28 दिनों तक प्रचार की अच्छी यादें मेरे साथ हैं.'
मातोंडकर ने कहा कि वह ऐसी शख्स नहीं हैं कि उन्हें कोई अफसोस हो. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस छोड़ने के बाद भी पार्टी के बारे में मैंने कुछ नहीं कहा. मुझे कोई कारण नजर नहीं आता, अब क्यों ऐसा करना चाहूंगी.'
कांग्रेस से इस्तीफा देने के अपने फैसले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'मेरे लिए अंतरात्मा की आवाज ज्यादा मायने रखती है.'