नई दिल्ली:जी- 20 शिखर सम्मेलन को लेकर आठ से 10 सितंबर तक दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त रहेगी. शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए विभिन्न देशों से आने वाले राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा और उन्हें आने-जाने में परेशानी से बचाने के लिए दिल्ली पुलिस ने विशेष इंतजाम किए हैं. कार्यक्रम के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए पुलिस एक तरफ जहां मैनपॉवर का इस्तेमाल करेगी वहीं, तकनीक का इस्तेमाल कर व्यवस्था को सुचारू रूप बनाएगी.
दिल्ली पुलिस के करीब 10 हजार जवान यातायात और सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगे. यातायात पुलिस के विशेष आयुक्त सुरेंद्र यादव ने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में मीडिया को बताया कि कार्यक्रम के दौरान नई दिल्ली महापालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में बसों का परिचालन पूरी तरह से बंद रहेगा. निजी वाहनों को भी इस क्षेत्र में आने की अनुमति नहीं रहेगी. यहां सिर्फ उन्हीं वाहनों को प्रवेश मिलेगा जिनकी ड्यूटी लगी होगी.
तीन दिन में लाइव हो जाएगा वर्चुअल हेल्प डेस्क:लोगों को सुगम यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली पुलिस ने वर्चुअल हेल्प डेस्क को तैयार किया है. इस डेस्क में राजधानी के अलग-अलग रूट, उन पर किए गए इंतजाम और वहां लगाए गए प्रतिबंध आदि के लिंक दिए जाएंगे. इन लिंक के माध्यम से संबंधित व्यक्ति अपनी जरूरत की जानकारी ले सकेगा.
उदाहरण के लिए, अगर किसी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उतरकर कहीं जाना है और उसे यह समझ नहीं आ रहा है कि वह कैसे जाए, तो वह वर्चुअल लिंक पर अपने डेस्टिनेशन को डालेगा. इसके बाद उसमें नेविगेशन के जरिए पूरा रूट दिख जाएगा कि उसे कैसे और किधर से जाना है. यातायात पुलिस ने गूगल और मैप माई इंडिया के साथ इस पूरे नेविगेशन प्रोग्राम को साझा किया है. उसे जल्द ऑनलाइन कर दिया जाएगा.
"दिल्ली पुलिस ने 7 और 8 सितंबर की मध्यरात्रि से लागू होने वाले प्रतिबंधों के साथ एक विस्तृत यातायात एडवाइजरी जारी की है. यह 10 सितंबर की रात व्यवस्था समाप्त होने तक जारी रहेगी. यातायात एडवाइजरी में हमने विभिन्न सेवाओं का उपयोग करने के बारे में विस्तृत निर्देश जारी किए हैं. बस सेवाएं रिंग रोड के बाहर चलेंगी. एनडीएमसी क्षेत्र एक नियंत्रित क्षेत्र होगा, जहां बस सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी. एनडीएमसी क्षेत्र में व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. वहीं दिल्ली के अन्य हिस्सों में प्रतिष्ठान खुले रहेंगे. हम लोगों से अपील करते हैं कि अगर वे नई दिल्ली की ओर आ रहे हैं तो मेट्रो सेवाओं का उपयोग करें."