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कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा अपने पद पर बने रहेंगे - पद पर बने रहेंगे येदियुरप्पा

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को सीएम पद से हटाने को लेकर सूत्रों का कहना है कि वह फिलहाल सीएम पद पर बने रहेंगे. उन्हें हटाने की कोई योजना नहीं है. पार्टी सूत्रों ने कहा कि विपक्षी पार्टियों द्वारा महज इसे अफवाह के तौर पर उछाला जा रहा है. पढ़िए वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना की पूरी रिपोर्ट.

येदियुरप्पा
येदियुरप्पा

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Published : Jan 7, 2021, 6:06 PM IST

नई दिल्ली : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को सीएम पद से हटाने को लेकर पार्टी और पार्टी के बाहर अफवाहों का बाजार गर्म है. मगर पार्टी सूत्रों कहना है कि फिलहाल हाईकमान येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाना नहीं चाहता. हालांकि इतना जरूर है कि पार्टी के नेता कर्नाटक सरकार पर लगातार कड़ी नजर रख रहे हैं. इसका असर कर्नाटक में होने वाले कैबिनेट विस्तार पर भी देखने को मिल सकता है.

सूत्रों का कहना है कि येदियुरप्पा मुख्यमंत्री के कार्यकाल को पूरा करेंगे. हालांकि, पार्टी नए नेतृत्व को विकसित करने पर गंभीरता से विचार कर रही है.

भारतीय जनता पार्टी के विश्वस्त सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि हाईकमान फिलहाल कर्नाटक में कोई बड़ा बदलाव नहीं चाहता और मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की कुर्सी छीनने का भी फिलहाल पार्टी का कोई प्लान नहीं है.

बता दें कि पिछले कई महीनों से यह बात सामने आ रही थी कि येदियुरप्पा से कर्नाटक के सीएम की कुर्सी छीनी जा सकती है. यहां तक कि यह तक कहा गया था कि येदियुरप्पा को हटाने के लिए संघ भी बीजेपी पर दबाव बना रही है, जिसे पार्टी न चाहते हुए भी पूरा करने की सोच रही है, लेकिन अब कुछ स्थितियां बदलती हुई नजर आ रही हैं.

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि फिलहाल येदियुरप्पा को हटाने पर आलाकमान तैयार नहीं है और मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के कैबिनेट के विस्तार में हो रही देरी की वजह कुछ और है, न कि उन्हें पद से हटाना.

उनका यह भी कहना है कि मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल को पूरी करेंगे और उन्हें बदल कर किसी और को मुख्यमंत्री बनाने की बात मात्र अफवाह है और यह अफवाह विपक्ष की तरफ से फैलाई जा रही है.

पार्टी के वरिष्ठ नेता का मानना है कि येदियुरप्पा की सरकार में कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी की मुख्य वजह कुछ और है और फिलहाल पार्टी कृषि कानून को लेकर ज्यादा व्यस्त है. इसके बाद पहले बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाना जरूरी है. इसलिए पार्टी के बड़े नेता पहले बिहार के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. इसके बाद ही कर्नाटक की बारी आएगी.

बता दें कि कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार का मामला पिछले साल जनवरी से ही अटका हुआ है और इस क्रम में कई बार येदियुरप्पा केंद्रीय कार्यालय के चक्कर भी लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक जिन नामों पर मुहर लगनी है आला नेताओं ने उन नेताओं के नाम फाइनल नहीं किए हैं. यही वजह है कि पिछले नवंबर महीने में भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुरप्पा ने दिल्ली आकर जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. बावजूद इसके कैबिनेट के विस्तार पर कोई मुहर नहीं लग पाई थी.

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सूत्रों की मानें तो अगले महीने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक के दौरे पर जाएंगे और उसके बाद ही वहां पर कैबिनेट का विस्तार हो सकता है, क्योंकि पार्टी सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक जाकर अमित शाह वहां परिस्थितियों का जायजा लेंगे और अलग-अलग नेताओं के साथ अलग-अलग मुलाकात कर येदियुरप्पा पर फीडबैक भी ले सकते हैं उसके बाद ही कैबिनेट विस्तार पर मुहर लगाई जाएगी.

वैसे देखा जाए तो कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदुरप्पा 77 वर्ष के हो चुके हैं और पार्टी के केंद्रीय नियम के मुताबिक 75 साल से ऊपर के नेताओं को पार्टी पिछले कई सालों से रिटायरमेंट देती आई है. इसीलिए सूत्रों की माने तो अगले विधानसभा 2023 के चुनाव से पहले पार्टी मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के रूप में कोई नया चेहरा तैयार कर लेना चाहती है, जिस पर काफी मंथन भी चल रहा है.

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