नई दिल्ली: शहबाज शरीफ के पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री बनने के एक पखवाड़े बाद भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसके इस रुख में कोई बदलाव नहीं आया है कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत आतंकवाद से मुक्त माहौल में ही हो सकती है. ऐसा माहौल बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह भी कहा कि कराची में आतंकवादी हमले ने केवल इस जरूरत को ही रेखांकित किया है कि सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकसमान रुख अख्तियार करना होगा.
बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, 'कहीं भी आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ हमारा रुख सतत और स्थिर रहा है.' वह इस संबंध में एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे. गौरतलब है कि मंगलवार को कराची विश्वविद्यालय में एक आत्मघाती बम हमले में चीनी भाषा के तीन शिक्षकों और उनके स्थानीय चालक की मौत हो गई. पाकिस्तान से बातचीत के मुद्दे पर क्या भारत के रुख में बदलाव आ रहा है, इस प्रश्न के उत्तर में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इसमें कोई परिवर्तन नहीं आया है.
उन्होंने कहा, 'हमारा रुख बहुत सीधा सा है. आतंकवाद से मुक्त माहौल होना चाहिए, तभी वार्ता हो सकती है. दोनों प्रधानमंत्रियों ने शिष्टाचार स्वरूप पत्रों का आदान-प्रदान किया. यह हमारी वैध मांग है कि आतंकवाद से मुक्त माहौल हो.' बागची ने कहा कि इस तरह के माहौल के बिना बातचीत नहीं हो सकती. उन्होंने कहा, 'हमारे रुख में कोई बदलाव नहीं आया है.' शरीफ के पाकिस्तान का प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पत्र लिखकर कहा था कि भारत पाकिस्तान के साथ सकारात्मक संबंधों की अपेक्षा रखता है. जवाब में शरीफ ने दोनों देशों के बीच 'सार्थक' बातचीत की वकालत की.