नई दिल्ली : केंद्र ने मंगलवार को लोकसभा को सूचित किया कि 5 जनवरी, 2020 को हुए दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में हुई हिंसा के मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिसमें कुछ नकाबपोश बदमाशों ने विश्वविद्यालय के छात्रावासों में धावा बोल दिया और लगभग 39 छात्रों को घायल कर दिया था.
निचले सदन में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पिछले साल जेएनयू परिसर में छात्रों और कुछ शिक्षकों पर हिंसक हमलों के संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा तीन मामले दर्ज किए गए हैं.
दिल्ली पुलिस ने हिंसा मामले में प्राथमिकी दर्ज की, लेकिन घटना के 19 महीने बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
मंत्री ने अपने जवाब में यह भी कहा कि दिल्ली पुलिस की जांच टीम ने कई गवाहों से पूछताछ की है और अपराधियों की पहचान के लिए फुटेज का विस्तृत विश्लेषण भी किया है, लेकिन अभी तक बदमाशों की पहचान के लिए कोई निर्णायक सबूत नहीं मिला है.
5 जनवरी, 2020 को दिल्ली के जेएनयू कैंपस में 50 से ज्यादा नकाबपोशों ने रॉड और लाठियों से लैस होकर हमला किया था, जिसमें 39 से ज्यादा छात्र और शिक्षक गंभीर रूप से घायल हुए थे. शिक्षकों के साथ-साथ घायल व्यक्तियों को ले जा रही एम्बुलेंस पर भी बदमाशों ने हमला किया था, जो लगभग तीन घंटे की बर्बरता के बाद परिसर से बाहर निकले थे.