पटनाः मुंबई में विपक्षी एकता की तीसरी बैठक (Opposition unity meeting in Mumbai) का आज दूसरा दिन है. पहले दिन तो यह बैठक औपचारिक तौर पर हुई, लेकिन शुक्रवार को होने वाली बैठक में उम्मीद है कि संयोजक पर मुहर लग जाएगी. I.N.D.I.A. का संयोजक की बात करें तो बिहार के नेता नीतीश कुमार का नाम ले रहे हैं, वहीं अन्य दल अपने अपने नेता का नाम ले रहे हैं. इसको लेकर मुंबई में नीतीश कुमार को पोस्टर भी लगाया गया है.
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संयोजक पर तंजः I.N.D.I.A. का संयोजक को लेकर भाजपा के नेता कई बार तंज कस चुके हैं. कई सारे नेताओं का बयान सामने आते रहे हैं कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बारात में दुल्हा कौन होगा? जब नीतीश कुमार विपक्षी एकता को एक करने में जुटे थे, उसी 14 अप्रैल को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक बयान में कहा था कि बाराती का दूल्हा कौन होगा?
"इनकी विपक्षी एकता लोकसभा चुनाव से पहले ही ताश के महल की तरह धराशायी हो जाएगी. विपक्षी दलों में हर दूसरा शख्स पीएम कैंडिडेट है. नीतीश और तेजस्वी को बताना चाहिए कि विपक्ष की बारात का दूल्हा कौन है."- सम्राट चौधरी, बिहार बीजेपी अध्यक्ष
लालू यादव का दूल्हा वाला बयानः हालांकि 23 जून को पटना में विपक्षी एकता की बैठक में लालू यादव ने मजाकिया अंदाज में राहुल गांधी को दूल्हा बनने के लिए कहा था. इस बात के बार से भाजपा के नेता नीतीश कुमार को लेकर तंज कसने लगे थे कि आखिर बारात का दूल्हा कौन-कौन होगा? यही तय नहीं है. भाजपा के नेता यह भी कह रहे थे कि कितने लोग दूल्हा बनेंगे?
राहुल गांधी बनेंगे दूल्हा? दरअसल, राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने 23 जून को पटना की पहली बैठक के दौरान मजाकिया लहजे में कहा था कि वह राहुल गांधी के दूल्हा बनने का इंतजार कर रहे हैं. लालू ने मजाकिया लहजे में जिस शब्द 'दूल्हा' का जिक्र किया, वह भाजपा के बयानों के कारण पहले से चर्चा में था, इसके बाद पीएम पद की दावेदारी को लेकर सियासत शुरू हो गई.
"घूमने लगे तो दाढ़ी बढ़ा लिए हैं, थोड़ा छोटा कर लीजिए. अब और ज्यादा नीचे जाने मत दीजिएगा. नीतीश जी की भी राय है कि आपको अपनी दाढ़ी छोटी करनी चाहिए. हमारी सलाह तो आप माने नहीं, शादी कर लेना चाहिए था. शादी कीजिए दूल्हा बनिए. हमलोग बाराती जाने के लिए तैयार हैं."- लालू यादव, आरजेडी सुप्रीमो
चिराग पासवान भी साधा निशानाः इधर, मुंबई में बैठक को लेकर चिराग पासवान ने नीतीश कुमार से सवाल किया है. उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता की पहली बैठक में अरविंद केजरीवाल नाराज होकर चले गए थे. दूसरी बैठक में बेंगलुरु से नीतीश कुमार चले आए थे. अब देखना है कि नीतीश कुमार मुंबई की बैठक से नाराज होकर निकलते हैं या नहीं. क्योंकि नीतीश कुमार को संयोजक नहीं बनाया जाएगा.
"सभी नेता ने संयोजक को लेकर अपनी अपनी दावेदारी पेश कर दी है. अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, शरद पवार और जदयू के नेताओं ने भी दावेदारी पेश की है. अब देखना है कि नीतीश कुमार इस बार भी बैठक से नाराज होकर निकलते हैं कि नहीं?"-चिराग पासवान, अध्यक्ष, रालोजपा(R)
लगातार तीन बैठकेंःबता दें कि विपक्षी एकता की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी, जिसमें 15 दल शामिल हुए थे. इसके बाद अगली बैठक बेंगलुरु में तय की गई थी. चर्चा थी की इस बैठक में संयोजक के नाम पर मुहर लगेगी, लेकिन 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु की बैठक में भी कोई चर्चा नहीं हुई. अब 31 अगस्त और 01 सितंबर को मुंबई में तीसरी बैठक हो रही है. अब देखना है कि इस बैठक में क्या निर्णय निकल कर आता है?