रायपुर: रायपुर के सामाजिक कार्यकर्ता नितिन लॉरेंस की शिकायत पर भोपाल ईओडब्ल्यू के द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई है (Nitin Lawrence complaint Jabalpur Bishop PC Singh). छत्तीसगढ़ आरटीआई एक्टिविस्ट नितिन लारेंस ने पीएमओ, प्रवर्तन निदेशालय समेत कुछ अन्य जांच एजेंसियों में बिशप पीसी सिंह के खिलाफ शिकायत की थी (PC Singh underworld connection exposed). शिकायत में कहा गया कि न सिर्फ मुंबई बल्कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बिशप और उसके साथियों ने मिशनरी की कई बेशकीमती जमीनों की बंदरबांट की है. इस शिकायत पर मध्य प्रदेश की पुलिस और आर्थिक अपराध शाखा (EoW) सहित कई केंद्रीय जांच एजेंसियों ने भी चर्च ऑफ नाॅर्थ इंडिया (CNI) के माॅडरेटर बिशप पीसी सिंह के खिलाफ जांच की है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बिशप पीसी सिंह और रियाज भाटी के बीच एक डील भी हुई थी. जिसके तार मुंबई अंडरवर्ल्ड से जुड़ रहे हैं.(PC singh mumbai gymkhana deal with riyaz bhati )
सामाजिक कार्यकर्ता नितिन लॉरेंस
सामाजिक कार्यकर्ता नितिन लॉरेंस का आरोप: सामाजिक कार्यकर्ता नितिन लॉरेंस का कहना है कि "पीसी सिंह के खिलाफ मैं बीते पांच सालों से शिकायत करते आ रहा हूं. उस पर पूरे नार्थ इंडिया के मिशनरी स्कूलों के पैसों में हेरफेर, फॉरेन फंडिंग, एफसीआरए फंड सहित अन्य जो फंड आते हैं. उसकी भी हेरा फेरी का आरोप है. यह सब पीसी सिंह के माध्यम से किया जा रहा है. इसके अलावा मिशनरियों की जमीनों का बंदरबांट किया गया है. इसे लेकर मेरे द्वारा 107 एफआईआर दर्ज कराई गई है. इन्ही शिकायतों पर EOW की सर्चिंग की कार्रवाई कई जगहों पर की जा रही है. जिसके बाद मेरे द्वारा की गई शिकायत प्रमाणित होती दिख रही है. इस मामले में जांच में आगे और भी खुलासे होने की संभावना है"
पीसी सिंह के खिलाफ शिकायत इस केस में और जांच की जरुरत: नितिन लॉरेंस का कहना है कि" नागपुर के संजय सिंह, रचना सिंह, यूपी के पिंटू तिवारी सहित महाराष्ट्र के रतन के ठिकानों पर यदि छापेमारी की जाती है तो इसमें कई और खुलासे हो सकते हैं. लॉरेंस ने कहा कि यदि यह कार्रवाई पहले की गई होती तो और ज्यादा नुकसान नहीं होता. क्योंकि बीते पांच साल पहले भी शिकायत की गई थी. लेकिन तब ध्यान नहीं दिया गया. मैंने पीएमओ, गृह मंत्रालय सहित कई जगहों पर शिकायत की थी. अभी हो रही कार्रवाई के बाद कई बड़े खुलासे हो सकते हैं"
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पीसी सिंह के मामले में ईडी से जांच कराई जाए:नितिन लॉरेंस ने इस पूरे मामले में ईडी के द्वारा जांच किए जाने की मांग की है. लॉरेंस का कहना है कि यदि इस मामले में ईडी के द्वारा जांच कराई गई तो कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. लॉरेंस ने दावा किया है कि आने वाले समय में वह पीसी सिंह के खिलाफ यूके, यूएसए और दुबई की प्रॉपर्टी के बारे में भी जानकारी देंगे.
पीसी सिंह पर रियाज भाटी से लीड का आरोप: सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बिशप पीसी सिंह और रियाज भाटी के बीच एक डील भी हुई थी. जिसके तार मुंबई अंडरवर्ल्ड से जुड़ रहे हैं. रियाज भाटी कथित तौर पर अंडरवर्ल्ड डाॅन दाऊद इब्राहिम का गुर्गा है. मध्य प्रदेश ईओडब्ल्यू ने 8 सितंबर को बिशप पीसी सिंह के घर और कार्यालय की तलाशी ली थी. जिसमें विदेशी मुद्रा ($18000) सहित लगभग 2 करोड़ रुपये नकद मिले थे. इसके अगले ही दिन, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ईओडब्ल्यू को यह जांच करने का आदेश दिया था कि क्या इस धन का उपयोग धर्मांतरण या अन्य अवैध गतिविधियों के लिए किया गया.
पीसी सिंह से जुड़ा पूरा मामला क्या है?: जबलपुर में गुरुवार को EOW ने बिशप पीसी सिंह के घर छापा मारा था. ट्रस्ट संस्थाओं की लीज को रिन्यू करने में में धोखाधड़ी, 7 करोड़ से अधिक का टैक्स न चुकाने के मामले सामने आए हैं. पीसी सिंह ने स्कूल से आए बच्चों की फीस के ढाई करोड़ से ज्यादा रुपए धार्मिक संस्था और खुद पर खर्च कर दिए. छापे में 17 संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज, 48 बैंक खाते, 1 करोड़ 65 लाख से अधिक नकद, 18 हजार 352 यूएस डॉलर, 118 पाउंड समेत 8 फोर व्हीलर गाड़ियां बरामद हुई.
एमपी के सीएम शिवराज सिंह खुद रख रहे मामले पर नजर:इस पूरे केस में CM शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब तक मिले दस्तावेजों में रुपयों का उपयोग धर्मांतरण या अन्य गैर कानूनी कार्यों में करने की आशंका है. शुक्रवार को सीएम ने EOW के अफसरों की मीटिंग बुलाई. इस दौरान मुख्यमंत्री ने 3 स्तर पर जांच करने के लिए कहा है. वहीं प्रदेश के सभी ट्रस्टों की जमीनों की जांच कराने की भी बात उन्होंने की है. बैठक में एडीजी आदर्श कटियार और ईओडब्ल्यू डीजी अजय शर्मा मौजूद थे. Raid in Bishop PC Singh house office
पीसी सिंह पर फीस घोटाले का आरोप: एमपी के EOW एसपी देवेंद्र सिंह ने बताया कि 'द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया डायोसिस' के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह और तत्कालीन असिस्टेंट रजिस्ट्रार बीएस सोलंकी के खिलाफ शिकायत मिली थी. इन दोनों पर 2.7 करोड़ रुपए के फीस घोटाले का आरोप है. दरअसल, संस्था को अलग अलग शैक्षणिक संस्थाओं में पढ़ रहे स्टूडेंट्स की फीस से करीब 2.7 करोड़ रुपए मिले थे. चेयरमैन बिशप पीसी सिंह ने इन पैसों को धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर और खुद के निजी कामों में खर्च करके पद का दुरुपयोग किया. दोनों ने यह गड़बड़ी वित्तीय वर्ष 2004-05 से 2011-12 के बीच की है.
बिहार का मूल निवासी है पीसी सिंह:बिशप का जन्म 12 दिसंबर 1962 को बिहार के समस्तीपुर में हुआ था. 1986 में वह जबलपुर आ गया. यहां जबलपुर डायोसिस में बतौर वर्कर के रूप में उसने ज्वाइन किया. उसके बाद वह यहां से छ्तीसगढ़ के भाटपारा भेजा गया. फिर उसने जबलपुर की रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन, पीजी किया. यूएसए से क्रिश्चियन आध्यात्मिकता में डॉक्टरेट किया. 29 अक्टूबर 1987 में नोरा सिंह से शादी हुई. पहली बार 1988 में जबलपुर के क्राइस्ट चर्च का पादरी बनाया गया. इसके बाद, बिलासपुर में भी पादरी रहा. 1995 से 1999 तक CNI जबलपुर का प्रेसबिटर का चार्ज उसने लिया. 13 अप्रैल 2004 में पीसी सिंह को जबलपुर डायोसिस का चौथा बिशप बनाया गया. पीसी सिंह के नेतृत्व में जबलपुर, कटनी और सिवनी में 6 स्कूल चल रहे हैं. पीसी सिंह को 3 अक्टूबर 2014 में CNI का डिप्टी मॉडरेटर बनाया गया. 2017 में द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस का मॉडरेटर बनाया गया.
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मुंबई पुलिस ने भी कसा शिकंजा: सूत्रों की माने तो बिशप पीसी सिंह चार्टर्ड प्लेन से देश विदेश की सैर किया करता था. हैरानी की बात तो यह है की धनकुबेर बिशप पीसी सिंह का अब एक और नया कनेक्शन सामने आया है. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के खास गुर्गे रियाज भाटी से बिशप का कनेक्शन बताया जा रहा है. बिशप ने रियाज भाटी से मिशनरी के मुंबई स्थित जिमखाना का सौदा 3 करोड़ रुपये में किया था, जिसका एग्रीमेंट मुंबई पुलिस ने रियाज भाटी से पूर्व में ही जब्त कर लिया है. इसको लेकर मुंबई पुलिस बिशब पीसी सिंह से पूछताछ भी कर चुकी है. सीएनआई (चर्च ऑफ नार्थ इंडिया) के सीनेट में बिशप मेंबर थे. 2017 में उन्हें सीनेट का मॉडरेटर चुन लिए गया. इसी दौरान मॉडरेटर की हैसियत से उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के राइट हैंड रियाज भाटी से जिमखाना का सौदा किया था. जिमखाना को लीज पर देने के बदले बिशप ने रियाज से करीब 3 करोड़ रुपए बतौर एडवांस भी लिए थे. इस बीच, मुंबई पुलिस ने एक मामले में रियाज भाटी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ और तलाशी में पुलिस को सौदे का एग्रीमेंट मिला था. जिसे बिशप ने फर्जी करार दिया था. सीनेट की मंजूरी के बिना जिमखाने को लीज पर दिए जाने का और जमीन सरकारी होने का खुलासा हुआ, इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने संबंधित एग्रीमेंट को निरस्त घोषित करते हुए शून्य कर दिया था.
छापे में अकूत संपत्ति का खुलासा:मध्यप्रदेश ईओडब्ल्यू की टीम को सर्च कार्रवाई के दौरान 1 करोड़ 65 लाख रूपए नगद, 18 हजार 552 डॉलर, 118 पाउंड, 8 लग्जरी कार, 90 लाख रुपये की डिस्कवरी कार, 48 बैंक खाते, 17 प्रॉपर्टी के दस्तावेज सहित अन्य दस्तावेज मिले. जिसके आधार पर ईओडब्ल्यू ने बिशप पीसी सिंह, बीएस सोलंकी तत्कालीन असिस्टेंट रजिस्ट्रार फर्म्स एंड संस्थाएं के विरुद्ध धारा 406, 420, 668, 47, 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया था. इसके साथ ही उत्तरप्रदेश, पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ और मध्यप्रदेश में ऐसे ही मामलों में बिशप पीसी सिंह और उसके साथियों पर करीब 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. जिसमे करीब 35 मामलों में बिशप पीसी सिंह नामजद आरोपी बनाया गया है.