हैदराबाद : कोरोना को लेकर भारत में स्थिति सुधर नहीं रही है. दूसरी लहर ने पूरे देश में कहर मचा रखा है. हर दिन 3500 से अधिक लोगों की मौत हो रही है. ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर हर दिन सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट सवाल उठा रहे हैं. स्वास्थ ढांचा पूरी तरह से चरमरा चुका है. हमारे पास इतने संसाधन नहीं हैं कि इस महामारी का ठीक से मुकाबला कर सकें. सवाल ये भी पूछे जा रहे हैं कि क्या भारत ने वैज्ञानिकों की चेतावनी को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया था. क्या उसका परिणाम आज देखने को मिल रहा है. संकट के ऐसे में समय में ऐसे नेतृत्व की जरूर होती है जो न सिर्फ त्वरित निर्णय ले, बल्कि उस कार्य को पूरा भी करे.
संभवतः यही वजह है कि कुछ लोगों ने नीतीन गडकरी से स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा संभालने की गुजारिश की है. भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी उनमें से एक हैं. उन्होंने कहा कि गडकरी ढांचागत विकास की प्रक्रियाओं से अवगत हैं. उन्होंने अपने काम से इसे कई मौकों पर सिद्ध भी किया है. लिहाजा, उन्हें जिम्मेदारी दी जानी चाहिए.
स्वामी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि अभी अगर सख्त सावधानियां नहीं बरतीं तो एक और लहर आ सकती है जिसमें बच्चे प्रभावित होंगे. इसलिए मोदी को इस लड़ाई का मोर्चा गडकरी को संभालने देना चाहिए. पीएमओ पर भरोसा करना बेकार है.