हमीरपुर:अब जल्द ही एनआईटी हमीरपुर की गाड़ियां बायोडीजल पर दौड़ेंगी. इतना ही नहीं बायोडीजल के इस्तेमाल से संस्थान में चलने वाले जनरेटर और अन्य बायो डीजल से चलने वाले उपकरणों को भी संचालित किया जाएगा. NIT हमीरपुर हॉस्टल के मेस से निकलने वाले यूज्ड कुकिंग ऑयल से यह बायोडीजल बनाया जाएगा. इस कार्य के लिए एनआईटी हमीरपुर में ऊर्जा अध्ययन केंद्र के विशेषज्ञों ने कार्य योजना भी तैयार कर ली है. एनआईटी हमीरपुर के 11 हॉस्टल से यूज्ड कुकिंग ऑयल को बायोडीजल में परिवर्तित कर इसका इस्तेमाल संस्थान की डीजल संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा. एनआईटी हमीरपुर के उर्जा अध्ययन केंद्र की इस पहल से संस्थान की हर साल लाखों रुपए की बचत होगी तथा कुकिंग ऑयल के इस्तेमाल को लेकर भी लोग जागरूक होंगे.
दरअसल, एनआईटी हमीरपुर के मैकेनिकल विभाग के एमटेक स्टूडेंट विजय के महतो ने मैनुअल तरीके से यूज्ड कुकिंग ऑयल को बायोडीजल में परिवर्तित करने में सफलता हासिल की है. विजय पिछले लंबे समय से उर्जा अध्ययन केंद्र के साथ मिलकर इस विषय पर कार्य कर रहे थे. ऊर्जा अध्ययन केंद्र के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में ही इस कार्य को किया जा रहा है. वर्तमान में यूज्ड कुकिंग ऑयल को बायोडीजल में परिवर्तित करने का कार्य ऑटोमेटिक तरीकों से मशीनों के जरिए किया जाता है. इन मशीनों की लागत लाखों रुपए में है और छोटे स्तर पर इस तरह की मशीनें बाजार में उपलब्ध नहीं है. ऑटोमेटिक मशीनों की बजाय मैनुअल तरीके से इस कार्य को अधिक सटीक तरीके से किया जा सकता है.
कैसे तैयार होता है बायोडीजल:यूज्ड कुकिंग ऑयल से बायोडीजल मैनुअल तरीके से डेढ़ से 2 घंटे में तैयार किया जा सकता है. यह कार्य दो चरणों में होता है. पहले चरण में एस्टरीफिकेशन प्रक्रिया को पूरा किया जाता है. 1 लीटर यूज्ड कुकिंग ऑयल को बायोडीजल में परिवर्तित करने के लिए प्रथम चरण की प्रक्रिया एस्टरीफिकेशन में यूज्ड कुकिंग ऑयल को छानने के बाद इसमें 9.8 ग्राम सल्फ्यूरिक एसिड और 320 मिलीलीटर मिथाईल मिलाया जाता है. लगभग 1 घंटे तक मैग्नेटिक स्ट्रर डिवाइस के जरिए इसको नियंत्रित ताप पर गर्म कर मिश्रित किया जाता है. इसके बाद दूसरे चरण में ट्रांस एस्टरीफिकेशन प्रोसेस शुरू होता है. जिसमें बेस (KOH) यानी पोटेशियम हाइड्रोक्साइड 7 ग्राम मिलाया जाता है. इस 2 घंटे के प्रोसेस के बाद 1 लीटर यूज्ड कुकिंग ऑयल से 910 मिलीलीटर बायोडीजल तैयार हो जाएगा.
1L से तैयार होगा 910 MM बायोडीजल:स्टूडेंट विजय के महतो का कहना है कि 1 लीटर यूज्ड कुकिंग ऑयल से 910 मिलीलीटर बायोडीजल तैयार किया जा सकता है. इससे पूरे प्रोसेस को डेढ़ से 2 घंटे में पूरा किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि 1 लीटर से लेकर 50 लीटर और इससे अधिक यूज्ड कुकिंग ऑयल को मैनुअल तरीके से बायोडीजल में परिवर्तित करने के लिए भी इतना ही समय लगेगा. हालांकि इसके लिए बड़े उपकरणों की जरूरत पड़ेगी. उन्होंने कहा कि एनआईटी हमीरपुर के हॉस्टल से निशुल्क यूज्ड कुकिंग ऑयल मिलेगा तो 40 से 45 रुपये की लागत में 1 लीटर बायोडीजल तैयार किया जा सकता है.
बायोडीजल के इस्तेमाल से कम प्रदूषण करेंगी गाड़ियां:विजय का कहना है कि यदि गाड़ियों में डीजल का इस्तेमाल किया जाता है तो पर्यावरण प्रदूषण अधिक होता है. जबकि बायोडीजल के इस्तेमाल से यह कम होगा. गाड़ियों में डीजल के इस्तेमाल से कार्बन मोनोऑक्साइड ज्यादा रिलीज होता है. बायोडीजल के इस्तेमाल से गाड़ी 70% कम कार्बन मोनोऑक्साइड रिलीज करेगी. उन्होंने कहा कि गाड़ी के इंजन को बायोडीजल इस्तेमाल करने से कोई नुकसान नहीं होगा. हालांकि गाड़ियों का जो ऑयल फिल्टर 6 महीने में बदलना पड़ता है, उसे 3 महीने में बदलना पड़ेगा. वर्तमान में बायोडीजल और डीजल को ब्लेन्ड करके 50% के अनुपात में इस्तेमाल किया जा सकता है.