रांची:बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर बड़ा आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया है. इसे लेकर सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने पत्र के जरिए महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच समिति बनाने और उन्हें सदन से तत्काल निलंबित करने की मांग की है.
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निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि महुआ मोइत्रा और व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के बीच संसद में सवाल पूछने के बदले में रिश्वत का आदान-प्रदान हुआ है. यह आदान-प्रदान कुछ नकद और उपहार के रूप में हुआ.
एडवोकेट के पत्र का दिया हवाला:निशिकांत दुबे ने एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई से मिले पत्र का हवाला देते हुए स्पीकर बिड़ला से कार्रवाई की मांग की है. जिसमें बताया गया है कि महुआ मोइत्रा ने सदन में सवाल पूछने के लिए एक बिजनेस टाइकून से कैश और गिफ्ट लिया.
इस मामले को लेकर निशिकांत दुबे ने ट्वीट भी किया है, हालांकि उन्होंने अपने इस ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिया है. निशिकांत दुबे ने लिखा है कि "11 सांसद को इसी भारतीय संसद ने प्रश्न पैसे लेने के कारण सदस्यता रद्द कर दिया था, आज भी चोरी और सीनाजोरी नहीं चलेगी, एक व्यापारी खराब लेकिन दूसरे व्यापारी से 35 जोड़ी जूते श्रीमती मार्कोस की आत्मा की तरह Hermes, LV, Gucci का बैग, पर्स, कपड़े, नकद हवाला से पैसे नहीं चलेंगे. सदस्यता तो जाएगी, इंतज़ार करिए".
मामले को बताया क्रिमिनल ऑफेंस:बता दें कि निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में इस मामले को 'विशेषाधिकार का उल्लंघन', 'सदन की अवमानना' और आईपीसी की धारा 120-ए के तहत क्रिमिनल ऑफेंस करार दिया है. उन्होंने कहा है कि महुआ मोइत्रा ने एक बिजनेस टाइकून के कहने पर अडाणी समूह से जुड़े प्रश्नों को जान बूझकर संसद में पूछा. उन्होंने कहा कि टीएमसी सांसद पर किसी को शक ना हो, इसलिए उन्होंने बार-बार इस मामले को सरकार से जोड़ा और प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री पर निशाना साधा.
महुआ मोइत्रा का पलटवार:वहीं निशिकांत दुबे के इस आरोप पर सांसद महुआ मोइत्रा ने भी पलटवार किया है. उन्होंने सोशल मिडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि फर्जी डिग्रीवाले के साथ ही कई और लोगों के खिलाफ कई विशेषाधिकारों का उल्लंघन अभी लंबित पड़ा हुआ है. बीजेपी के उन दिग्गजों के खिलाफ जब लोकसभा अध्यक्ष कार्रवाई पूरी कर लेगें, तब उसके बाद मेरे खिलाफ किसी भी तरह के प्रस्ताव और कार्रवाई के लिए उनका स्वागत है. साथ ही उन्होंने आगे लिखा कि ईडी और अन्य लोग मेरे दरवाजे पर आने से पहले अडाणी कोयला घोटाले में एफआईआर दर्ज कराएं.