रायचूर (कर्नाटक): केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्टार्टअप फर्मों के लिए शनिवार को 'मिलेट चैलेंज' की घोषणा की जिसके तहत मोटा अनाज मूल्य श्रृंखला में नवोन्मेषी समाधान बनाने एवं विकसित करने वाले तीन विजेताओं को एक-एक करोड़ रुपये का बुनियादी अनुदान दिया जाएगा. सीतारमण ने मोटे अनाजों के विकास पर केंद्रित मिलेट सम्मेलन 2022 को संबोधित करते हुए मिलेट चैलेंज की घोषणा की. उन्होंने कहा कि नाबार्ड ग्रामीण अवसंरचना विकास कोष के तहत रायचूर के कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय को 25 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देगा.
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इस राशि का इस्तेमाल मोटा अनाज मूल्य श्रृंखला उद्यान और प्रसंस्करण के लिए इनक्युबेशन केंद्र की स्थापना करने तथा मोटे अनाज को बढ़ावा देने की खातिर मूल्य संवर्धन एवं क्षमता निर्माण के लिए किया जाएगा. वित्त मंत्री ने कहा कि हफ्ते-दस दिन में नीति आयोग मोटे अनाज से जुड़े स्टार्टअप के लिए इस चुनौती की घोषणा करेगा. यह चुनौती मोटा अनाज एवं इससे संबंधित विषयों से जुड़ी होगी और इसमें कोई भी भाग ले सकेगा, जो भी नवोन्मेषी तरीकों से समाधान दे सके. उन्होंने बताया कि दिसंबर से पहले ही इस स्पर्द्धा के विजेताओं के नाम की घोषणा कर दी जाएगी. तीन विजेताओं को एक-एक करोड़ रुपये का बुनियादी अनुदान, 15 चयनित उम्मीदवारों को 20-20 लाख रुपये और अन्य 15 चयनित उम्मीदवारों को 10-10 लाख रुपये दिए जाएंगे.
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