कोझीकोड :केरल में रविवार को निपाह वायरस से मृत 12 वर्षीय बच्चे के बाद पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने पीड़ित के घर से बकरी के खून और लार के अलावा व रामबूटन फल का सैंपल लिया. अब इसे जांच के लिए भोपाल की लैब में भेजा जाएगा. वहीं पशुपालन द्वारा चथमंगलम के पझूर और उसके आसपास चमगादड़ों के शरीर के तरल पदार्थ भी एकत्र करेंगे.
पशुपालन विभाग के उप निदेशक केके बेबी के नेतृत्व में टीम ने कहा कि संक्रमण के स्रोत की पहचान करने के प्रयास जारी हैं और घातक निपाह वायरस की उपस्थिति की जांच के लिए बकरी के नमूने भोपाल भेजे जाएंगे.
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साथ ही बताया गया है कि क्षेत्र में मौजूद जंगली सूअर भी इसके संवाहक हो सकते हैं क्योंकि वे आमतौर पर चमगादड़ द्वारा खाए गए जंगली जामुन खाते हैं. इसके मद्देनजर पशुपालन विभाग क्षेत्र में जंगली सूअर की उपस्थिति की जांच के लिए वन विभाग के साथ भी परामर्श कर रहा है.
दूसरी तरफ मृत बच्चे के घरवालों द्वारा अधिकारियों को बताया गया कि बच्चे ने अपने संक्रमण से पहले एक रामबूटन फल खाया था. फलस्वरूप टीम ने इलाके से रामबूटन फलों के नमूने भी लिए.