लखनऊ : वर्ष 2020 में राजधानी के बंथरा थाना क्षेत्र के अंर्तगत एक व्यक्ति ने पत्नी की हत्या कर दी थी. पुलिस उत्कल (डाॅग) को मौके पर ले गई और उसने फौरन ही हत्यारे को पकड़ कर पुलिस का केस सुलझा दिया. अगस्त 2023 में मोहनलालगंज इलाके में बहनोई ने अपने साले की हत्या कर दी. उत्कल ने महज एक घंटे में पुलिस को हत्यारे के घर पहुंचा दिया. बीते 8 वर्षों में उत्कल ने सैकड़ों केस सुलझाए हैं. 13 वर्षीय उत्कल लखनऊ पुलिस के डॉग स्क्वायड का सबसे सीनियर सदस्य है. उसके अलावा लखनऊ पुलिस के पास आठ और स्नाइफर्स डॉग हैं जो चोरी, डकैती और हत्या जैसे संगीन अपराधों को सुलझाने के अलावा बम ढूंढने और सीएम की सुरक्षा में तैनात हैं. आइए मिलते हैं लखनऊ पुलिस की स्पेशल ब्रिगेड से, जो पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हैं और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने में मदद करते हैं.
उत्कल ने चप्पल से सहारे हत्यारे दोस्त का लगाया सुराग
पुलिस लाइन में डॉग हैंडलर अनिल सिंह बताते हैं कि उनके डॉग स्क्वायड का सबसे सीनियर सदस्य उत्कल है जो एक ट्रैकर है. उसकी ट्रेनिंग बीएसएफ ग्वालियर कैंप में हुई थी. उत्कल अबतक हजारों क्राइम सीन में जा चुका है. जिसमें सैकड़ों केस सिर्फ उत्कल की मदद से ही सुलझ सके हैं. बीते दिनों बंथरा इलाके में सनी नाम के युवक की ईंट से कूच कर हत्या कर जला दिया गया था. मौके पर पहुंची पुलिस को शराब की बोतल के अलावा ऐसा कुछ भी नहीं मिला, जिससे हत्यारे का पता लगाया जा सके. मौके पर डॉग स्क्वायड को बुलाया गया. उत्कल ने क्राइम सीन पर सूंघना शुरू किया, जिसके बाद वह एक चप्पल के पास खड़ा होकर अपने हैंडलर को इशारे करने लगा. पुलिस ने तत्काल चप्पल को कब्जे में लिया. पुलिस ने जांच की तो उसी चप्पल के आधार पर मृतक के दोस्त दुर्गेश को गिरफ्तार किया गया. इतना ही नहीं बीते दिनों मोहनलालगंज में हुई एक व्यक्ति की हत्या के मामले में भी उत्कल ने हत्यारे जीजा के घर की ओर इशारा किया और जब पुलिस ने जांच की तो जीजा ही हत्यारा निकला. अनिल सिंह बताते है कि न सिर्फ उत्कल बल्कि बेनी और माइकल ने भी सैकड़ों केस सुलझाए हैं. जिसमें चिनहट में हुई डकैती, मड़ियांव में हुई हत्या शामिल है.