नई दिल्ली: जम्मू के बजाल्टा इलाके में हुए तीन विस्फोटों के एक दिन बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम रविवार को घटनास्थल पर पहुंची. विस्फोटों में एक पुलिस कांस्टेबल सहित दस लोग घायल हो गए थे. फिलहाल मामले की जांच स्थानीय पुलिस कर रही है, लेकिन संभावना है कि इसे एनआईए को ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
वहीं, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज जम्मू में उपायुक्तों और एसएसपी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि उपराज्यपाल जम्मू में एक के बाद एक विस्फोटों को लेकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करेंगे. साथ ही सुरक्षा उपायों को और मजबूत बनाने के लिए विचार विमर्श करेंगे.
उधर, जांच के दौरान सुझाव दिया है कि यह सीमा पार आतंकवादियों द्वारा किया गया है. पाकिस्तान स्थित आकाओं की भूमिका की जांच की जा रही थी. अतिरिक्त डीजीपी (जम्मू जोन) मुकेश सिंह ने शनिवार को कहा था कि जम्मू शहर के नरवाल इलाके में दो वाहनों में हुए दो विस्फोटों में छह लोग घायल हो गए. बाद में एक और धमाके की सूचना मिली.
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कांस्टेबल सुरिंदर सिंह सिधरा चौक पर अपनी ड्यूटी कर रहे थे, तभी बालू से लदा एक डंपर दिखाई दिया. पुलिस ने चेकिंग के लिए उसे रोका लेकिन अचानक उसमें विस्फोट हो गया और सभी घायल हो गए. अब एनआईए की टीम वहां पहुंच गई है और साक्ष्य जुटा रही है.
बता दें कि जम्मू जिला रेलवे स्टेशन से सटे नरवाल इलाके में रविवार को दोहरे विस्फोटों में 9 लोग जख्मी हो गए. इनमें से एक की हालत नाजुक बताई जा रही थी. लेकिन अब सारे घायलों की हालत स्थिर है. ये धमाके 15 से 20 मिनटों के अंतराल पर हुए. इससे पहले शनिवार को जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने नरवाल में हुए विस्फोटों की कड़ी निंदा की.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उपराज्यपाल को धमाके की घटना और जांच के बारे में जानकारी दी. मनोज सिन्हा ने धमाकों के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया. उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों से कहा, 'इस तरह के नृशंस कृत्य, दुश्मनों की कायरता को उजागर करते हैं. इस मामले में तत्काल और कड़ी कार्रवाई करें.'