श्रीनगर/नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) आतंकी फंडिंग मामले में कश्मीर घाटी के चार जिलों में कई स्थानों पर छापेमारी की (NIA raids in jammu Kashmir). मध्य कश्मीर के बडगाम जिले, उत्तरी कश्मीर के बारामूला और कुपवाड़ा और दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में छापेमारी की गई है.
मामले में कुल 11 स्थान एनआईए की जांच के दायरे में आए, जिसमें 28 फरवरी, 2019 को यूए (पी) अधिनियम के तहत गैरकानूनी संगठन घोषित किए जाने के बाद भी जेईआई पर अलगाववादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. एनआईए ने पहले मामले में चार व्यक्तियों (RC-03/2021/NIA/DLI) को चार्जशीट किया था.
NIA ने दावा किया कि JeI कश्मीरी युवाओं को प्रेरित कर रहा है और भारत के खिलाफ अपने आतंकवादी और अलगाववादी आंदोलन में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर में नए सदस्यों (रुकुन) की भर्ती कर रहा है. एनआईए ने हाल के दिनों में घाटी में सुरक्षा तंत्र को मजबूत करते हुए भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल समूहों द्वारा आतंकी फंडिंग गतिविधियों पर शिकंजा कसता रहा है.
एनआईए ने पाया है कि जमात-ए-इस्लामी के सदस्य भारत के भीतर और बाहर दोनों जगहों से, विशेष रूप से ज़कात, मोवदा और बैत-उल-मल के रूप में दान के माध्यम से पैसा इकट्ठा कर रहे हैं. वे हिंसक और अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए गए धन का उपयोग कर रहे हैं. और उन्हें प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों, जैसे हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जेईआई कैडर और अन्य के सुसंगठित नेटवर्क के माध्यम से भी प्रसारित कर रहे हैं.