लखनऊ/भदोही/कानपुर : उत्तर प्रदेश में लखनऊ समेत कई जिलों में एनआईए ने बड़ी कार्रवाई की है. एनआईए ने पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पीएफआई से जुड़े कई संगठनों के ठिकानों पर एनआईए ने छापेमारी की है. एनआईए सुबह तड़के 5 बजे लखनऊ के मदेयगंज इलाके में स्थित तीन घरों में एक साथ छापेमारी की. इसके अलावा हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी और बहराइच में भी छापेमारी हुई है.
बीते दिनों देश भर में एनआईए ने छापेमारी कर कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, जिसके बाद बुधवार सुबह 5 बजे एनआईए की कई टीम ने स्थानीय पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ लखनऊ में मदेयगंज के बड़ी पकरिया इलाके में तीन घरों में छापेमारी की. इस दौरान एनआईए ने कई लोगों को हिरासत में लिया है. सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पीएफआई और उससे जुड़े अन्य संगठनों के लोगों के यहां हुई है. यह सभी पीएफआई पर प्रतिबंध लगने के बाद भी लगातार देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं. इसके अलावा एनआईए ने हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी और बहराइच में भी छापेमारी की है. सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी यह छापेमारी केस नंबर 31/2022 के तहत कर रही है, जो पीएफआई व उससे जुड़े अन्य सगठनों के नेताओं और कैडरों की हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्तता से संबंधित है. आरोप है कि ये सभी पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों के उद्देश्य से हाल ही में इकट्ठे हुए थे.
टीम ने छापेमारी के दौरान पूछताछ की :भदोही नगर के मामदेवपुर बधवा इलाके में एनआईए की टीम ने छापेमारी के दौरान पूछताछ की. इस दौरान एनआईए की टीम ने छापेमारी में मिले सिम व दो मैगजीन और मोबाइल फोन लिए हैं. छापेमारी की खबर से भदोही नगर में हड़कंप मचा हुआ है. बता दें कि एनआईए की टीम ने भदोही के मामदेवपुर स्थिति मौलाना शोयब के यहां सुबह-सुबह छापेमारी की. छापेमारी के दौरान टीम ने संदिग्ध मौलाना से पूछताछ किया. पूछताछ के दौरान मौलाना ने कहा कि 'किसी गाइडेंस संस्था से नहीं जुड़ा हूं और ना तो मैं उसे जानता हूं, मौलाना ने बताया कि टीम द्वारा मेरे घर के प्रत्येक कमरे की सघन चेकिंग की गई, जहां से कुछ आपत्तिजनक चीज नहीं मिली. टीम ने घर से सिर्फ एक मोबाइल, सिम कार्ड, दो मैगजीन, पत्रिका व एक ट्रस्ट की रसीद ली है. मौलाना ने बताया कि मेरे घर व मेरी ट्रैवल एजेंसी पर छापेमारी की गई, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है. एनआईए की टीम छापेमारी कर जब बाहर निकली तो मामले की जानकारी लेने का प्रयास किया गया, लेकिन कुछ न बताकर वहां से चली गई.