नई दिल्ली :राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार को वाराणसी और दिल्ली में छापेमारी की और तलाशी ली. इस सिलसिले में एजेंसी नेआईएसआईएस वॉयस ऑफ हिंद मॉड्यूल मामले में एक संदिग्ध बासित कलाम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने बताया कि आतंकी संगठन भारत में हिंसक जिहाद छेड़ने के उद्देश्य से कट्टरपंथी और जल्दी बहकने वाले युवाओं को भर्ती करने की साजिश कर रहा है, जिससे देश में आतंकी हमलों को अंजाम दिया जा सके. यह छापेमारी उसी मामले में की गई है.
एनआईए की टीम ने बड़े ही गुप्त तरीके से छापेमारी के दौरान उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एनआईए के एक सक्रिय मेंबर को गिरफ्तार किया है. वाराणसी के कैंट थाना क्षेत्र के रजा कॉलोनी के रहने वाले इस युवक के बारे में अभी एनआईए और जानकारी हासिल कर रही है. विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि आईएसआईएस से जुड़े इस युवक ने कम उम्र में ही बनारस से पूरे पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश के युवाओं को अपने संगठन से जोड़कर देश विरोधी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की प्लानिंग तैयार की थी.
एनआईए ने आईपीसी की धारा 124ए, 153ए, और 153बी और यूए (पी) अधिनियम 1967 की धारा 17, 18, 18बी, 38, 39 और 40 के तहत मामला दर्ज किया गया है. जांच के दौरान, यह सामने आया कि वाराणसी का निवासी बासित कलाम सिद्दीकी भारत से आईएसआईएस की ओर से कट्टरपंथी युवाओं की भर्ती और भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल था. एनआईए द्वारा 'वॉयस ऑफ हिंद' मॉड्यूल को ट्रेस करने और आईएसजेके के तथाकथित आमिर उमर निसार उर्फ कासिम खुरासानी समेत 6 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद रणनीति के तहत एक नई ऑनलाइन पत्रिका के जरिए ऑनलाइन प्रचार को बढ़ावा दिया जा रहा था.