नई दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने आतंकवादियों, अपराधियों और मादक पदार्थों के तस्करों के बीच कथित साठगांठ को समाप्त करने के लिए सोमवार को तीन राज्यों और राष्ट्रीय राजधानी में 50 स्थानों पर छापे मारे. पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल गैंगस्टर के यहां भी छापे मारे गए. एनआईए ने 26 अगस्त को एक मामला दर्ज किया था, जब उसने "भारत और विदेशों में स्थित कुछ गिरोहों के सरगनाओं और उनके सहयोगियों" की पहचान की थी, जो आतंकी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे.
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में छापेमारी की गई, ताकि भारत और विदेशों में स्थित आतंकवादियों, संगठित अपराधियों, मादक पदार्थों के तस्करों आदि के बीच "उभरती साठगांठ" को खत्म किया जा सके. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस से इन मामलों को अपने हाथ में लिया गया. कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़, लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया, वरिंदर प्रताप उर्फ काला राणा, काला जठेड़ी, विक्रम बराड़, गौरव पटियाल उर्फ लकी पटियाल के परिसरों की सुबह तलाशी ली गई.
इसके अलावा गैंगस्टर नीरज बवाना, कौशल चौधरी, टिल्लू ताजपुरिया, अमित डागर, दीपक कुमार उर्फ टीनू, संदीप उर्फ बंदर, उमेश उर्फ काला, इरफान उर्फ चीनू पहलवान, आशिम उर्फ हाशिम बाबा, सचिन भांजा व उनके अन्य सहयोगियों के यहां भी छापे मारे गए. गोल्डी बराड़ और जग्गू भगवानपुरिया - दोनों मूसेवाला की हत्या के मामले में भी आरोपी हैं. मूसेवाला की 29 मई को पंजाब में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान गोला-बारूद के साथ छह पिस्तौल, एक रिवॉल्वर और एक बन्दूक के अलावा नकदी, आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण, बेनामी संपत्ति का ब्योरा, धमकी भरे पत्र, मादक पदार्थ भी बरामद किए गए.
गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के ठिकानों पर एनआईए का छापा इन्हीं गैंगस्टर में से एक घर दिल्ली के बवाना इलाके की कोमल का भी है, जो टिल्लू ताजपुरिया गैंग में सक्रिय बदमाश के रिश्तेदार हैं. लोकेश नाम का कुख्यात गैंगस्टर घर के सदस्यों की बुआ का लड़का है और पिछले लंबे समय से टिल्लू ताजपुरिया गैंगसे जुड़ा है. यही वजह है कि बवाना इलाके में लोकेश के रिश्तेदारों के घर पर भी एनआईए की रेड डाली गई, जहां पुलिस को कई दस्तावेज और कुछ सामान बरामद हुए, जो एनआईए के अधिकारी अपने साथ लेकर गए हैं, जिनकी अब गंभीरता से जांच की जाएगी. इसको लेकर परिजनों में नाराजगी भी जरूर देखने को मिली और उन्होंने इस कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की.
वहीं, राजस्थान के श्रीगंगानगर के सादुलशहर के वार्ड नंबर 13 में एनआईए ने एक घर में छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया. साथ ही टीम ने एक घर में छापामारी करते हुए विक्रम सिंह नाम के व्यक्ति से पूछताछ की. इसके अलावा टीम ने शख्स का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है. हालांकि, पूछताछ के अलावा किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है.
चंडीगढ़ के खुड्डा लोहारा इलाके में एनआईए की टीम ने लक्की पटियाल के घर छापेमारी की. एनआईए ने लक्की पटियाल के घर से तमाम दस्तावेज प्रिंटर और एक बैग जब्त किया है. फिलहाल एनआईए की टाम लक्की पटियाल के घर से निकल चुकी है.एनआईए की गुरुग्राम में गैंगस्टरों के घर में रेड के बाद गैंगस्टरों में हलचल मच गई है. एनआईए की टीम ने गांव नाहरपुर रूपा में गैंगस्टर कौशल चौधरी के घर रेड की. कौशल चौधरी के अलावा एआईए की टीम गैंगस्टर ने अमित डागर के घर भी छापेमारी कर छानबीन की. फिलहाल, एनआईए टीम छापेमारी के बाद गैंगस्टर कौशल चौधरी के घर से निकल चुकी है. एनआईए की टीम ने कौशल चौधरी के घर से कुछ जरूरी दस्तावेज बरामद किए हैं. यमुनानगर में गैंगस्टर काला राणा के घर पर एनआईए की छापेमारी हुई. मौके पर स्थानीय पुलिस भी मौजूद रहे. एनआईए की टीम ने काला राणा के घर का नक्शा बनाया है. फिलहाल एनआईए की टीम परिवार से पूछताछ कर रही है.
वहीं, सोनीपत में भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज सोनीपत के गांव जठेड़ी में एनआईए ने गैंगस्टर काला जठेड़ी के घर पर रेड मारी. एनआईए की टीम ने गैंगस्टर काला जठेड़ी की पत्नी अनुराधा को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. बताया जा रहा है कि अनुराधा भी गैंगस्टर रही है. अनुराधा से थाना राई में पूछताछ चल रही है. गैंगस्टरों के साथ आतंकी कनेक्शन के चलते पंजाब में भी कई जगहों पर एनआईए की रेड पड़ी. पंजाब के मुक्तसर में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के घर पर NIA की टीम छापेमारी कर रही है. वहीं, फाजिल्का में भी गैंगस्टर लॉरिस बिश्नोई के घर पर NIA की तरफ से छापेमारी जारी है. जानकारी के अनुसार भगवानपुर गांव में जग्गू भगवानपुरिया के घर पर भी एनआइए की रेड चल रही है. वहीं, अमृतसर में गैंगस्टर्स शुभम के घर पर सुबह से एनआईए की छापेमारी चल रही है. इसके अलावा कोटकपूरा फरीदकोट और राजपुरा में भी गैंगस्टर के कई ठिकानों पर छापेमारी चल रही है.
हाल ही में कुछ सनसनीखेज अपराधों और आपराधिक गिरोहों द्वारा व्यवसायियों, डॉक्टरों सहित पेशेवरों से रंगदारी मांगने की घटनाओं की जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई है. अधिकारियों ने कहा कि ये गिरोह जनता के बीच आतंक पैदा करने की खातिर इन अपराधों को प्रचारित करने के लिए साइबर स्पेस का इस्तेमाल कर रहे थे. प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए की जांच से यह भी पता चला कि इस तरह के आपराधिक कृत्य अलग-अलग स्थानीय घटनाएं नहीं थे, बल्कि आतंकवादियों, गैंगस्टर और मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोहों के बीच गहरी साजिश थी, जो देश के अंदर और बाहर से काम कर रहे थे.
कई गिरोह के सरगना और सदस्य भारत से भाग गए थे और अब पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया तथा ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों से काम कर रहे हैं. फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर साहब, मोगा, तरण तारन, अमृतसर, लुधियाना, चंडीगढ़, मोहाली (सभी पंजाब में); पूर्वी गुरुग्राम, भिवानी, यमुना नगर, सोनीपत और झज्जर (सभी हरियाणा में), राजस्थान के हनुमानगढ़ और गंगानगर जिले तथा दिल्ली के द्वारका, बाहरी उत्तर, उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व और शाहदरा जिले में 50 स्थानों पर छापेमारी की गई.