नई दिल्ली : पिछले साल बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में तोड़फोड़ और उनकी हत्या की साजिश रचने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार देश भर में छापेमारी की. जानकारी के मुताबिक बुधवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के फुलवारीशरीफ मामले में कर्नाटक, केरल और बिहार में लगभग 25 स्थानों पर छापेमारी की. सिर्फ कर्नाटक में ही पीएफआई के कैडरों से जुड़े 16 ठिकानों पर छापेमारी की गई. इस मामले में एनआईए देश में पीएफआई की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए खाड़ी देशों से आने वाले पैसे से जुड़े लिंक भी तलाश रही है. एनआईए पीएफआई को मिलने वाली फंडिंग की हवाला नेटवर्क की जड़ें तलाश रही है.
कर्नाटक के 16 जगहों पर रेड :कर्नाटक में एनआईए के अधिकारियों ने बंटवाला, बेलथांगडी, उप्पिनंगडी और वेनूर समेत कई जगहों पर कई घरों, दफ्तरों और एक अस्पताल में छापेमारी की. हाल ही में बंटवाला और पुत्तूर में इसी तरह के मामलों में तलाशी ली गई थी. बंटवा निवासी मोहम्मद सिनान, सजीपा मूड के सरफराज नवाज, पुत्तूर के इकबाल, अब्दुल रफीक को एनआईए ने हिरासत में लिया था.
केरल के चार जिलों में एनआईए की छापेमारी : केरल के कासरगोड, तिरुवनंतपुरम, कोझीकोड और मलप्पुरम जिलों में छापेमारी की गई. कासरगोड के कुंजट्टूर निवासी आबिद के. एम. मबाथा को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, कुंचथुर निवासी अब्दुल मुनीर के घर पर छापेमारी की गई. छापेमारी आज सुबह पांच बजे शुरू हुई और सात घंटे तक चली और दोपहर 12 बजे तक चली. एनआईए के अधिकारियों को मौजूदा छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये के लेन-देन के कई डिजिटल सबूत और दस्तावेज मिले हैं. मलप्पुरम जिले में दो जगहों पर जांच जारी है.
गौरतलब है कि इससे पहले एनआईए ने एक पोस्टर जारी किया था, जिसमें पॉपुलर फ्रंट के कार्यकर्ताओं को खोजने पर इनाम देने की घोषणा की गई थीय.एनआईए का पोस्टर पलक्कड़ जिले के वल्लपुझा पंचायत में लगाया गया था. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने के मामले में भी जांच चल रही है. गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट के कार्यकर्ताओं से मिले बयान के आधार पर एनआईए को जानकारी मिली कि प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश रची जा रही है.
साजिश से जुड़े संदिग्धों के विभिन्न परिसरों पर अभी भी छापे मारे जा रहे हैं. जो कि पीएफआई और उसके नेताओं और कैडरों से संबंधित है. बताया जा रहा है कि एक साजिश को अंजाम देने के लिए विभिन्न राज्यों से पीएफआई के कैडर पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में जमा हुए थे. इससे पहले एनआईए ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था. उस समय मामले में पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक लेख और दस्तावेज जब्त किए गए थे. बता दें कि इस मामले में पहली एफआईआर 12 जुलाई 2022 को बिहार के पटना जिले के फुलवारीशरीफ पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था. उसी साल 22 जुलाई को यह मामला एनआईए को सौंप दिया गया था.