मुंबई : एंटीलिया मामले में एनआईए ने बड़ा खुलासा किया है. एनआईए ने कहा कि 25 फरवरी को अंबानी की एंटीलिया इमारत के बाहर सीसीटीवी में जो व्यक्ति देखा गया था वह सचिन वाजे ही था. एनआईए ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में, सचिन वाजे को रूमाल से ढके हुए उसके सिर के साथ देखा जा सकता था, वह इसलिए अपने सिर को रूमाल से ढका था, जिससे वह किसी की पहचान में न आ सके. एनआईए ने कहा कि इसके अलावा वाजे ने पीपीई किट नहीं बल्कि कुर्ता और पायजामा पहना हुआ था.
एनआईए ने कहा कि मंगलवार को सचिन वाजे के केबिन से एक लैपटॉप बरामद किया गया था, लेकिन इसमें से सभी डेटा को पहले से ही डिलीट कर दिया गया था. इसके अलावा वाजे से जब उसका फोन मांगा गया तो उसने कहा कि उसका फोन कहीं गिर गया है. लेकिन तथ्य यह है कि उसने अपना फोन कहीं फेंक दिया है.
क्या है मामला
गौरतलब है कि 25 फरवरी को अंबानी की एंटीलिया इमारत के बाहर एक लावारिस एसयूवी मिली थी, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुईं. आरोप है कि एसयूवी में वाजे ने ही जिलेटिन रखा था. इन्हीं आरोपों के सिलसिले में वाजे एनआईए और महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) की जांच के घेरे में हैं. इस घटना के बाद पांच मार्च को ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत हो गई थी.
49-वर्षीय वाजे महाराष्ट्र पुलिस कैडर के 1990 बैच के अधिकारी हैं. 2002 के घाटकोपर बम विस्फोट मामले में संदिग्ध ख्वाजा यूनुस की हिरासत में मौत के लिए भी वाजे को निलंबित कर दिया गया था.
हालांकि, उन्हें पिछले साल पुलिस बल में बहाल किया गया था और अपराध शाखा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. बाद में उन्होंने क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (सीआईयू) के साथ काम किया.