नई दिल्ली : केरल ट्रेन अग्निकांड मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) गुरुवार को दिल्ली के शाहीन बाग में तलाशी अभियान चला रही है. सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी शाहरुख सैफी और उसके रिश्तेदारों के नौ ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है. एनआईए ने अभी तक इस मामले पर आधिकारिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है. दो अप्रैल को सैफी ने ट्रेन के एक कोच में पेट्रोल डाला और आग लगा दी. उस समय ट्रेन केरल के कोझिकोड शहर को पार करने के बाद कोरापुझा रेलवे पुल पर थी. ट्रेन से कूदने के चलते तीन लोगों की मौत हो गई जिसमें एक पुरुष, एक महिला और ढाई साल का बच्चा शामिल था. घटना में नौ अन्य झुलस गए थे.
बाद में 3 अप्रैल को सैफी को एटीएस ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी से पकड़ा और केरल पुलिस को सौंप दिया. शाहीन बाग में नागरिक संशोधन विधेयक के खिलाफ आयोजित विरोध प्रदर्शन में सैफी ने सक्रिय रूप से भाग लिया था. उसने एनआईए अधिकारियों से कहा कि वह गुस्से में था और कुछ लोगों ने उसे उकसाया था. उसके पिता फकरुद्दीन ने 2 अप्रैल को दिल्ली के शाहीन बाग थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. फकरुद्दीन ने शिकायत में कहा था कि सैफी 31 मार्च से लापता है. उसने पुलिस को बताया था कि उसका बेटा यह कहकर घर से चला गया कि वह 31 मार्च को नोएडा के निठारी जा रहा है और उसके बाद वापस नहीं लौटा.
एनआईए की कोच्चि यूनिट ने अप्रैल के मध्य में केरल ट्रेन आगजनी के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी. इधर, दिल्ली निवासी 27 वर्षीय आरोपी शाहरुख सैफी को पुलिस रिमांड की अविध समाप्त होने के बाद कोझिकोड की एक अदालत में पेश किया गया था. एनआईए के जांच संभालने के साथ, केरल पुलिस- विशेष जांच दल ने विस्तारित हिरासत की मांग नहीं की और इसलिए शाहरुख सैफी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.